लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज एक बड़ा चुनावी दांव खेला। आज कैबिनेट की बैठक में अखिलेश सरकार ने 17 अति पिछड़ी जातियों को एससी में शामिल करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज एक बड़ा चुनावी दांव खेला। आज कैबिनेट की बैठक में अखिलेश सरकार ने 17 अति पिछड़ी जातियों को एससी में शामिल करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। पिछली सरकार में भी अखिलेश ने ऐसे ही प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, लेकिन मायावती सरकार ने फैसला रद्द कर दिया था।अखिलेश सरकार के इस फैसले के बाद यूपी में 17 अति पिछड़ी जातियों को एससी का दर्जा मिलेगा। फैसले के बाद कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुंहार, प्रजापति, राजभर और कुछ अन्य अति पिछड़ा जातियों को एससी/एसटी का दर्जा मिलेगा।
अखिलेश यादव ने आज फिर मायावती को निशाने पर लेते हुए विकास कार्य गिनाए। अखिलेश ने कहा कि लोगों ने पत्थरों के हाथी लगवा दिए। वो हाथी खड़े के खड़े हैं, लेकिन हमने जो साइकिल ट्रैक बनवाया है। वो हमेशा चलता रहेगा। उन्होंने कहा है कि काम के मामले में हमारा कोई मुकाबला नहीं कर सकता। अब बस सबको जोड़कर इस पर वोट लेना है। अखिलेश का ये कदम यूपी चुनाव में जातिगत समीकरणों को साधने के तौर पर देखा जा रहा है। अखिलेश इस पहले कह चुके हैं कि उनकी पार्टी जातिगत समीकरणों पर नहीं बल्कि पिछले पांच साल के कामकाज और नोटबंदी से लोगों को हुई परेशानियों के मुद्दे पर जनता के बीच जाएगी।
बता दें कि 2017 में यूपी की 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है। मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी, मुख्य विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है। प्रदेश में लगातार रैलियों का दौरा जारी है और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप मढ़े जा रहे हैं।