मथुरा:फिल्म कलाकार राजपाल यादव की सर्व समभाव पार्टी आने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में 403 में से 390 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। यादव ने कहा कि बाकी 13 सीटें उन मित्रों के लिए छोड़ दी गई हैं जो भले ही विचारों में उनसे जुड़े रहे हैं लेकिन पहले से ही अन्य दलों की राजनीति करते रहे हैं। राजपाल ने कहा कि पिछले 20-25 सालों से प्रदेश सरकारें बनती तो हैं लेकिन जनता की इच्छा से नहीं, वरन समीकरणों के कारण। इसलिए इन सरकारों का जनता से कोई सीधा संवाद नहीं रहता, जिसकी वजह से विकास, जनहितों को प्राथमिकता नहीं मिलती।
उन्होंने कहा कि मैं इसी अंतर को मिटाने के लिए राजनीति में आया हूं और जहां तक अलग पार्टी बनाने का सवाल है तो ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि जिस पार्टी में जाते, वहां उसी की भाषा बोलनी पड़ती है। अपने विचार का वहां कोई महत्व ही नहीं रहता। राजनीतिक दलों को आरटीआई एक्ट के अंतर्गत लाने के सवाल पर यादव ने कहा कि हम बिल्कुल तैयार हैं। हमारी कार्यप्रणाली खुली किताब समान है। जब दो रुपये का भी लालच छोड़ देश की सेवा के लिए आए हैं तो फिर इसमें दिक्कत भी क्या है।
राजनीति में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विचार तो पिछले 15 साल से उमड़ते थे लेकिन जब मानसिक और आर्थिक रूप से परिपक्व हो गए तभी राजनीति में उतरने की शुरुआत की। दूसरे, राजनीति भी पढ़ी है और खेती-किसानी भी की है। जिससे सब मालूम है कि आम किसानों को आखिर क्या-क्या खास परेशानियां होती हैं और उनका निदान क्या है। प्रदेश की स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि यहां बीस-बीस हजार करोड़ के पार्क बन सकते हैं किंतु जनता की बेहतरी के लिए सड़कें और आम जरूरी छोटी-छोटी सुविधाएं नहीं मुहैया करा सकते। पूरे प्रदेश में 20-25 वर्ष से विकास रुका पड़ा है। किसी भी वर्ग की सुनवाई नहीं हो रही।