फर्रुखाबाद: अखिल भारतीय गायत्री परिवार के द्वारा आयोजित हुये 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के समापन अबसर पर चरित्र निर्माण पर गम्भीरता से विचार किया गया| साधको को अपने ऊपर निरंत्रण करने और लोगो के चरित्र निर्माण में भागीदरी करने की सलाह दी गयी|
नेकपुर स्थित एसआर कोल्ड के सामने मैदान में गायत्री परिवार के द्वारा लोक जागरण जनसम्मेलन का बुधवार को समापन हो गया| जिसमे चरित्र निर्माण पर गम्भीरता से समझाया गया| विद्धानो ने कहा क़ि अपने अन्दर संस्कार डालने और दुराचार से दूर रहने की भी सलाह दी गयी| उन्होंने कहा सभी को गलत साहित्य और गद्दे चित्र नही देखने चाहिए| ना ही कलयुगी देवी-देवता (अभिनेत्री) के चित्र भी अपने आवास या दुकानों पर नही लगाने चाहिए| जिससे बच्चो पर गलत असर पड़ता है| समापन में बड़ी संख्या में गायत्री परिवार से जुड़े लोग मौजूद रहे|