फर्रुखाबाद: यातायात माह में यातायात व्यवस्था को लेकर पुलिस कुछ ज्यादा ही सजग व सतर्क नजर आने का दावा करती है लेकिन यह दावा जैसे ही नगर में प्रवेश करेंगे खोखला नजर आने लगेगा। दशहरा व दिवाली बीत चुकी है। लेकिन सड़क पर इस कदर जाम कि लोग बिलबिला जा रहे हैं। सड़क पार करने में में काफी समय लग जा रहा है। जगह-जगह पुलिस कर्मी व यातायात पुलिस के सिपाही भी नजर आते हैं। बावजूद इसके आखिर जाम पर कोई लगाम क्यों नहीं लग पा रहा है। पुलिस प्रशासन आखिर क्यों नगर की यातायात व्यवस्था को हल्के में ले रही है। क्यों पुलिस डग्गामारो पर शिकंजा क्यों नही कस रही| दिनों-दिन यह समस्या काफी बढ़ती जा रही है। यह कुछ यक्ष प्रश्न है जिनके उत्तर तलाश कर समुचित व्यवस्था करनी की आवश्यकता है।
हर साल नवंबर माह में यातायात माह मनाया जाता है। इस बार भी तीन नवंबर से ही यातायात माह को पुलिस अधीक्षक ने हरी झंडी दिखा दी है। लेकिन प्रश्न यह है कि यह यातायात माह केवल कहने भर के लिए ही रहेगा। शायद नगर के जाम का अंदाजा जिले के उच्च अधिकारियों को ठीक से नहीं है। क्योंकि इनके आते व जाते समय स्थानीय पुलिस व यातायात के लोग हूटर बजाकर सड़क खाली करवा देते हैं और ये लोग गुजर जाते हैं। कभी सामान्य नागरिक के भांति सामान्य वाहन में नगर से उच्चाधिकारी गुजरेंगे तो उन्हें सच्चाई का पता खुद-ब-खुद हो जाएगा|
आवास विकास से लाल दरवाजा और चौक तक लगता है भयंकर जाम
आवास विकास से लाल दरवाजा और नेहरु रोड होते हुये चौक तक इन दिनों भयंकर जाम लग रहा है। सड़क की दोनों पटरियों पर चार पहिया या दोपहिया वाहनों की क्या कहे, साइकिल सवार भी धीरे-धीरे रेंगकर चलते नजर आते हैं। इसमें काम धंधे पर जाने वाले लोग, अस्पताल जा रहे रोगी या विद्यालय जा रहे छात्र भी बिलबिला जा रहे हैं।
सवारी वाहनों के लिए क्यो कुछ नहीं करती पुलिस
यातायात माह में पुलिस तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को यातायात के नियम समझाती है लेकिन आश्चर्य तब होता है जब पुलिस या यातायात पुलिस की उपस्थिति में ही सड़क के दोनों तरफ सवारी के इंतजार में दर्जनों वाहन ब खौफ अवैध रूप से खड़े रहते है। आखिर यह कैसा यातायात माह है जिसमें पुलिस को केवल समझाना है, करना कुछ नहीं। जाम के झाम से लोग पहले जैसे ही परेशान हैं। स्थानीय पुलिस को जब सुरूर चढ़ता है तो सीधे ठेला खुमचा वालों पर डंडा पीटना शुरू करते हैं जबकि सरेआम सड़क पर अवैध रूप से खड़े वाहन चालक नहीं दिखते। यह नजारा लाल दरवाजे और भोलेपुर व आवास विकास में देखा जा सकता है|
डग्गा मार ओबर लोड सबारी भर रौंद रहे सड़के
शहर के लाल दरवाजे, ठंडी सड़क, रेलवे स्टेशन तिराहा, धुमना, चौक, भोलेपुर, फतेहगढ़ में डग्गामार वाहन सबारी भरते नजर आते है| टैम्पो से से बीते दिनों कई मौत भी हो चुकी है| इसके बाद भी अभी तक पुलिस कुछ करने को तैयार नही| यातायात माह में भी कानून कायदों कि हवा निकाल रही है|
कोतवाली प्रभारी डीके सिंह ने बताया कि डग्गामार वाहनों को व्यवस्थित करने के लिये अभियान चलाया जायेगा|
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