फर्रुखाबाद:(संकिसा) संकिसा स्थित विवादित बौद्ध स्तूप के पास आयोजित बौद्ध महोत्सव में लाखो की संख्या में बौद्ध भिक्षु के साथ श्रधालु भी शामिल हुये| जिन्होंने स्तूप की परिक्रमा करने के साथ ही साथ भगवान बुद्ध के विचारो को अपने जीवन में उतारने की सलाह दी|
सुबह तकरीबन 7 बजे दक्षिण कोरिया से आये भंत्ते पाम्न्यून सुनीम के नेतृत्व में बौद्ध अनुयाई संकिसा के धम्य लोक बुद्ध बिहार परिसर एकत्रित हुये| वही से यात्रा शुरू की गयी| लाखो की संख्या में बौद्ध धर्म के अनुयाई शामिल हुये| पंचशील ध्वज लेकर चल रहे बौद्ध अनुयाई नारेबाजी भी करते चल रहे थे| लाखो की संख्या में भीड़ जयकारा लगाते हुये पुरातत्व विभाग परिसर में पंहुचे| जंहा से उन्होंने विवादित स्तूप की परिक्रमा कर नमन किया| भंत्ते पाम्न्यून सुनीम ने बौद्ध बंदना करने के बाद सभी को भगवान बौद्ध का संदेश भी दिया| उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ने स्वर्ग में भी धम्म दीक्षा दी| वह स्वर्ग से नीचे संकिसा के इसी स्तूप पर उतरे| बुद्ध के दांये तरफ इंद्र व वांये तरफ ब्रह्मा थे वह उन्हें स्बागत के साथ नीचे उतार रहे थे| उन्होंने कहा की इसी लिये संकिसा वह जगह है जंहा धरती और आसमान का मिलन होता है| ऐसा धरती पर दूसरा स्थान नही है क्या स्वर्ग देखना चाहते हो तो संकिसा में स्वर्ग जैसा आनन्द मिलेगा| भंत्ते धम्मपाल, (बिहार अनुवादक) कु० प्रियंका ने भी सम्बोधित किया| इस दौरान पूर्व मंत्री टी प्रसाद, प्रो० शैतान सिंह शाक्य, प्रभु दयाल, डॉ० सुरेश सिंह आदि बड़ी संख्या में मौजूद रहे| इटावा के विधायक रघुराज सिंह शाक्य भी कार्यक्रम में शामिल हुये|
सनातन धर्मियों के बीच जबाबी नारेबाजी
विवादित स्तूप के निकट सनातन धर्मियों व बौद्ध अनुयाई के बीच जमकर नारेबाजी की| जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला| सैकड़ो की संख्या में सनातन धर्मी डटे मौजूद रहे|