लखनऊ|| कड़कड़ाती ठंड के बीच 15 जनवरी को उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती के 55वें जन्मदिन की तैयारी जोरों पर है। इस मौके को यादगार बनाने के लिए सरकारी पैसे से चौराहों व स्मारकों की भव्य सजावट जारी है।
मायावती ने अपने जन्मदिन पर चंदा उगाहने की परंपरा को इस बार तिलांजलि दे दी है।हर बार आर्थिक सहयोग दिवस के तौर पर जन्मदिन मनाने वाली मायावती ने पार्टी फंड में कोई चंदा न लेने का निर्णय किया है। उन्होंने बसपा विधायकों, सांसदों व पार्टी पदाधिकारियों को किसी तरह का चंदा न मांगने की हिदायत दी है। उन्होंने साफ किया है चंदा मांगने की शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
शहर के चौराहों व स्मारकों पर नीले रंग की सजावट की जा रही है। बड़े पैमाने पर होने वाली सजावट के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बाकायदा टेंडर तक निकाल दिए हैं। साथ ही जन्मदिन की बधाई वाली होर्डिंग्स से शहर की सड़कें पट गई हैं। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर करोड़ों रुपए फूंके जाएंगे।
भाजपा प्रवक्ता विजय पाठक ने कहा, मुख्यमंत्री का जन्मदिन सामंतशाही की याद दिला रहा है। ब्रिटेन की रानी भी इस तरह पैसे बहा कर जन्मदिन नही मनातीं। पाठक ने कहा कि अभी तक 15 अगस्त, 26 जनवरी व दो अक्टूबर के मौके पर ही सरकारी पैसे से सजावट की जाती रही है। उधर कांग्रेस ने भी जगह-जगह भारी भरकम होर्डिग्स पर आपत्ति जताई है।
पार्टी प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर मुख्य चौराहों एवं मार्गों पर नो होर्डिंग जोन घोषित करने के बावजूद मायावती के जन्मदिन की तमाम भारी भरकम होर्डिंग कैसे लगी हुई हैं?
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि पार्टी के विधायक व सांसद अपने क्षेत्रों में गरीबों की मदद करें। उन्हें कंबल व दूसरे उपहार देकर जन्मदिन मनाएं।