लखनऊ:यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आखिरी कैबिनेट विस्तार करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में आज दागी पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति सहित चार मंत्रियों को शामिल किया गया जबकि छह राज्य मंत्रियों को ‘पदोन्नत’ किया गया है। गायत्री प्रजापति ने दोबारा मंत्री पद की शपथ लेने के बाद तीन बार अखिलेश यादव के पैर छुए।
राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल राम नाईक ने गायत्री, मनोज पांडे, शिवाकांत ओझा और जियादुद्दीन रिजवी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। दो हफ्ते पहले बर्खास्त गायत्री को राज्य कैबिनेट में शामिल करने के फैसले को एक सामाजिक कार्यकर्ता ने हालांकि चुनौती दी थी। वहीं पहले बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति दुबारा मंत्री बने तो मुलायम को ही भगवान बता दिया। प्रजापति ने कहा, नेताजी को बधाई, मुख्यमंत्री जी को विशेष बधाई। नेताजी भगवान हैं। मुख्यमंत्री जी ने अन्याय के खिलाफ काम किया। मैं गरीब के घर पैदा हुआ हूं। मुझ पर विरोधियों ने झूठे आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुलायम के पैर तो छुए ही सीएम अखिलेश के पैर भी छुए। उन्होंने तीन बार अखिलेश के पांव छुए और मुलायम के पैर पर दंडवत लेट गए। वहीं मुलायम सिंह यादव ने मंत्रिमंडल विस्तार पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा सबको बधाईयां, मुझे उम्मीद है कि जनता की ईमानदारी से सेवा करेंगे।
शपथ ग्रहण की बड़ी बातें
मुलायम की ब्राह्मण और मुसलमानों समीकरण के मद्देनजर इन पर खास इनायत रही। ब्राहमणों में अभिषेक मिश्रा कैबिनेट मंत्री बने। मनोज पांडे और शिवाकांत ओझा को पहले बर्खास्त किया था और आज दोबारा शपथ दिलाई गई। वहीं मुस्लिमों में जियाउद्दीन को पहली बार मंत्री बनाया जबकि हाजी रियाज और यासिर शाह को प्रोमशन दिया। नरेंद्र वर्मा और रविदास मेहरोत्रा को भी कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई। रविदास मेहरोत्रा, यासिर शाह राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार से कैबिनेट मंत्री हुए। खास बात ये भी रही कि ओबीसी मंत्री पप्पू निषाद को अखिलेश ने बर्खास्त कर दिया। रिजवी जून में हुए कैबिनेट विस्तार में शपथ नहीं ले पाये थे क्योंकि वह उस समय विदेश में थे। अखिलेश यादव सरकार 2012 में सत्ता में आयी थी। तब से अब तक उसका यह आठवां विस्तार है। अब उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद में अधिकतम 60 मंत्री हैं।
दिलचस्प बात यह है कि गायत्री के साथ बर्खास्त किए गए राज किशोर सिंह वापसी करने में नाकामयाब रहे। स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री रहे रियाज अहमद, यासर शाह और रविदास मेहरोत्रा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। राज्य मंत्री अभिषेक मिश्रा, नरेन्द्र वर्मा और शंखलाल माझी को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। अखिलेश मंत्रिपरिषद में अब 32 कैबिनेट मंत्री, नौ स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री तथा 19 राज्य मंत्री हैं। विधानसभा चुनाव से पहले स्वच्छ छवि बनाने की कोशिश में अखिलेश ने दो हफ्ते पहले गायत्री को बर्खास्त किया था। उनके इस कदम से हालांकि सपा में जबर्दस्त राजनीतिक संकट पैदा हो गया। समझौता फार्मूला के तहत गायत्री की वापसी हुई है और इसमें सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की रजामंदी थी।