फर्रुखाबाद: कोतवली फतेहगढ़ के ग्राम निनौआ निवासी 40 वर्षीय सुषमा पत्नी जगमोहन ने सूदखोर कजे हाथो अपना जमीन जायजाद और घर गवाने के बाद इज्जत बचाने के लिये गंगा में कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया| मौके पर गोताखोरो ने काफी मसक्कत के बाद उसकी जान बचा ली| पुलिस को महिला का सुसाइट नोट भी मिला है|
सुषमा को लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया| अस्पताल में भर्ती सुषमा ने बताया कि उसके पति जगमोहन दिल्ली में मैट्रो अस्पताल में सुरक्षा इंचार्ज है| सुषमा के अनुसार जायलो गाडी खरीदने के लिये थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के बीबीगंज निवासी सौरभ-गौरव पुत्र नेकराम शाक्य को अपने पिता रामनिवास निवासी बजरिया हरलाल का खेत चार लाख में गिरबी रखा दिया था| लेकिन उन्होंने खेत गिरबी ना रखकर उसकी लिखा पढ़ी धोखे से करा ली|
सुषमा ने वर्ष मई 2013 में कार खरीद ली| जब सुषमा कार की किस्त जमा नही कर सकी तो उसने अपना मकान तीन लाख में सौरभ व गौरव के पास गिरमी रख दिया| लेकिन जब सुषमा ने हिसाब माँगा तो सूदखोरो ने उन्हें 28 लाख का कर्जदार बता दिया| मजबूरन उसने अपनी माँ रामश्री का मकान लगभग 12 लाख रूपये में गिरबी एक अन्य व्यक्ति को गिरवी रख दिया| रुपया अदा करने के बाद भी सूदखोरो ने उसका मकान नही छोड़ा| महिला का आरोप है कि सूदखोर उसकी असमत से खिलबाड़ा करना चाहते थे| वह मकान छोड़ने से पहले उसे अपने साथ रखना चाह रहे थे| थक हारकर सुषमा ने शुक्रवार को गंगा में कूदकर आत्महत्या करने के लिये गंगा में कूद गयी|
घटना की सूचना मिलने पर पांचाल घाट पुलिस मौके पर पंहुची और गोताखोरो की मदद से उसे बाहर निकाला| महिला ने पुलिस को शिकायत भी लिखित रूप में की है|