फर्रुखाबाद : गलती किसी की और भुगते कोई जैसा हाल शहर की ठंडी सड़क का है, जिसका खामियाजा भुगत रही है क्षेत्र की जनता और बाहर से आने वाले यात्री। कमर तक गहरी हो चुकी इस सड़क को देखकर जिले में जनप्रतिनिधियो के द्वारा कराये गये विकास कार्यो की जीबंत तस्बीर नजर आती है| जिसमे आये दिन यात्री गिरकर चुटहिल हो रहे है | क्षेत्र के रोड़ो की हालत बदहाल रूप ले चुकी है, लेकिन इनको बनवाने को लेकर कोई सुध लेने वाला अब तक सामने नहीं नजर आ रहा है। वैसे ही सड़कों की कई सालों तक कोई सुध लेने वाला नहीं होता है। इसके कारण क्षेत्रवासी उखड़ी गड्डों में तब्दील सड़कों से परेशान होकर प्रशासन को कोसने के सिवाय कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
जनता का कहना है कि ठंडी सड़क की हालत ऐसी बन चुकी है कि सावधानी हटी दुर्घटना घटी जैसे हालत बने हुए हैं। मजे की बात तो यह है कि यह सब जनप्रतिनिधियों को दिखाई दे रहा है। पूर्व में करोड़ो खर्च कर बनाई इन सड़कों की दशा और दुर्दशा को देखने वाला कोई नहीं है। दिन के समय में तो फिर भी गनीमत है, पर रात का सफर तो बिल्कुल ही नहीं। करोड़ो खर्च के बाद भी सड़को की हालत खस्ता बनी हुई है। सड़को की हालत को देखकर यह विकास का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। सड़क बनने के कुछ दिन बाद ही सड़क की हालत खस्ता हो गई थी। तब से वह अपने बदहाली के आंसू रो रही है| ऊपर से जाम की झाम ठंडी सड़क पर यातायात के साधनों के लिये कोण में खाज का काम कर रहा है |
रोज होते हैं हादसे, कोई नहीं देता ध्यान
नगर की ठंडी सड़क की हालत खस्ता होने से हर रोज लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। पर प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अगर ठंडी सड़क की हालत ठीक होती तो हादसे कम होते हैं। यहां की टूटी-फूटी सड़क ज्यादातर हादसों के लिए जिम्मेदार हैं।
पैदल चलना भी हो जाता है मुश्किल
ठंडी सड़क की हालत तो खस्ता है। ऊपर से सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्डे हादसों को न्यौता देते हैं। इसमें वाहन तो दूर की बात है, इधर से पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नही दे रहा है|