बांदा|| उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित बसपा विधायक रेप केस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। जहां एक ओर विधायक के घर चोरी के आरोप में बंद लड़की ने विधायक और उनके सहयोगियों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है वहीं दूसरी ओर आरोपों से बौखलाए विधायक ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा है कि वह नपुंसक हैं।
विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी के मुताबिक “मुझे फंसाया जा रहा है। मेरे ऊपर बलात्कार का आरोप आधारहीन है। मैं बलात्कार करने में समर्थ नहीं हूं क्योंकि मैं नपुंसक हूं।” उन्होंने कहा, “मैं जो कह रहा हूं उसे साबित करने के लिए मैं देश के किसी भी चिकित्सा विशेषज्ञ से जांच कराने के लिए तैयार हूं।” उन्होंने दावा किया कि ‘राजनीति से प्रेरित’ होकर उनके खिलाफ आरोप लगाया गया है।
उधर लड़की ने मंगलवार को अतर्रा की अदालत में लिखित बयान दिया। उसने अपने बयान में बसपा के विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी व उनके चार सहयोगियों पर बंधक बनाकर बलात्कार करने का आरोप लगाया। अदालत ने पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। वहीं लड़की के वकीलों ने उसे नाबालिग घोषित किए जाने की अपील की।
बसपा विधायक के घर चोरी करने के आरोप में जेल में बंद रीमा (काल्पनिक नाम) की बीते दिन अतर्रा के न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में कड़ी सुरक्षा के बीच पेशी हुई। उसे देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग और मीडियाकर्मी मौजूद थे। रीमा के अधिवक्ता गया प्रसाद निषाद, रामहित निषाद और सुरेश निषाद ने दो अलग-अलग अर्जी पेश की। एक में रीमा को नाबालिग घोषित करने एवं दूसरे में उसे जमानत देने की मांग की गई।
रीमा १०:४५ न्यायालय में पहुंची। करीब आधा घंटे वह न्यायालय में रही। दंडाधिकारी परवेज अख्तर के पूछने पर उसने अपना लिखित बयान दिया। अपने बयान में रीमा ने विधायक सहित उनके सहयोगियों पर बलात्कार करने का आरोप लगाया। बयान को गंभीरता से लेते हुए अदालत ने पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस मामले में अगली सुनवाई 14 जनवरी को होगी।