नई दिल्ली:यूपी चुनाव से पहले केंद्र सरकार देशभर में रामायण सर्किट का निर्माण शुरू करने जा रही है। यूपी में जल्द ही रामायण सर्किट का निर्माण शुरू होने वाला है। अयोध्या में बनने वाले रामायण सर्किट के जरिए भगवान राम के जीवन दर्शन को लोगों तक पहुंचाया जाएगा। चुनाव से पहले सरकार के इस फैसले को विपक्ष चुनाव से जोड़कर देख रही है।
भगवान राम को किस्से-कहानियों, पुराणों और मंदिरों की मूर्तियों से निकालकर जीवंत करने के लिए मोदी सरकार ने एक बड़ी योजना बनाई है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार अयोध्या में रामायण सर्किट बनाने का फैसला किया है। इस योजना के पीछे दलील दी जा रही है कि अयोध्या में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र की तरफ से 245 करोड़ रुपये खर्च कर रामायण सर्किट बनाया जाएगा।यूपी चुनाव से पहले केंद्र सरकार देशभर में रामायण सर्किट का निर्माण शुरू करने जा रही है। यूपी में जल्द ही रामायण सर्किट का निर्माण शुरू होने वाला है।
रामायण सर्किट के तहत अयोध्या में विवादित जगह से 5 किलोमीटर के दायरे में एक भव्य म्यूजियम बनेगा। इसमें वाल्मीकि और तुलसीदास जी के हिसाब से भगवान राम से जुड़ी घटनाओं को बताया जाएगा। यहां राम गैलरी की स्थापना होगी जिसमें बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड, उत्तर कांड, लव-कुश कांड और राम दरबार की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए वॉल पेंटिंग होगी, ऑडियो-विजुअल और एनिमेशन का भी इस्तेमाल किया जाएगा। रामायण सर्किट में संग्रहालय बनाने के लिए 40 करोड़ रुपए रखे जा चुके हैं। इस सिलसिले में सर्वे भी किया जा चुका है। जमीन की पहचान भी हो चुकी है। जैसे ही रजिस्ट्री होगी, काम भी शुरू हो जाएगा। रामायण सर्किट के चेयरमैन डॉ. राम अवतार शर्मा कहते हैं कि जहां-जहां राम के चरण पड़े हैं, उन स्थलों का विकास करने से भारत के पर्यटन उद्योग का विकास होगा। देश-विदेश से अनेक पर्यटक आएंगे। इससे लाभ होगा।
अयोध्या के साथ साथ यूपी के नंदीग्राम, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, बिहार के सीतामढ़ी, बक्सर, दरभंगा, छत्तीसगढ़ के जगदलपुर, तेलंगाना के भद्राचलम, महाराष्ट्र के नासिक, नागपुर, ओडिशा के महेंद्रगिरी, कर्नाटक के हम्पी और तमिलनाडु के रामेश्वरम में रामायण सर्किट बनाने की योजना है। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को उत्तर प्रदेश चुनाव से जोड़ा जा रहा है। विरोधियों का कहना है कि चुनाव आते ही बीजेपी को राम की याद आने लगती है। सरकार पर उठ रहे सवालों के जवाब में केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा का कहना है कि विरोधियों को राम में सिर्फ राजनीति ही दिखाई देती है। केंद्र सरकार की दलील है कि रामायण सर्किट पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि देश में न सिर्फ रामायण बल्कि कृष्ण और बुद्ध सर्किट भी बनाने की योजना है, लेकिन सवाल सिर्फ राम मंदिर पर ही क्यों उठ रहे हैं।मंदिर पर ही क्यों उठ रहे हैं।