फर्रुखाबाद:(कायमगंज) पुलिस जिसकी हत्या का मुकदमा लिख जाँच में जुटी थी| आखिर वह अपने प्रेमी के साथ बरामद हुई तो मामला पूरा फ़िल्मी लगा| इस तरह की घटना तो अकसर फिल्मो में होती है| की कोई मौत के बाद जिंदा हो जाये| लेकिन कायमगंज में यह घटना एक दम सौ टका सत्य है|
जनपद मुज्जफरपुर के पारु चैनपुर चिवटाहा निवासी इसराइल ने अपनी पुत्री आमना का विवाह 7 अप्रैल 2008 में बिहार के बरुराज मुरारपुर बखरी निवासी हातिम के साथ किया था| शादी के बाद से ही हातिम गाजियाबाद जिले के इंद्रपुरम के भुआपुर में किराये के मकान में रहने लगा| उसके पडोस में सर्वेश सक्सेना रहकर तम्बाकू का कार्य करता था| हातिम और सर्वेश में गहरी दोस्ती हो गयी| बीते फरवरी को सर्वेश अमाना को लेकर चला गया|
इसके बाद इंद्रपुरम थाने में हातिम ने जेबर लेकर भागने का मुकदमा दर्ज करा दिया| लेकिन आमना के परिजन नही माने और 2 जून 2011 को उन्होंने हातिम उसके पिता ताज मोहम्मद, माँ आयशा खातून खिलाफ कोर्ट आदेश पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया | हातिम अपने परिवार के परेशान घूम रहा था| आखिर पांच साल तक चली जद्दोजहद के बाद आमना का पता चल ही गया| गुरुवार को हातिम दरोगा बीपी पासवान के साथ कोतवाली पंहुचा| उसने स्थानीय पुलिस के साथ छापा मारकर आमना उर्फ़ काजल को पकड़ लिया और ले गयी| आमना ने सर्वेश से कोर्ट मैरिज कर ली थी| उसके बच्चे भी है|