लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती पर विधानसभा चुनाव में टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज बसपा से इस्तीफा दे दिया। पार्टी महासचिव ने आनन फानन में बुलाये संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मै बडे ही भारी मन से पार्टी छोड रहा हूं।
पार्टी अध्यक्ष मायावती पैसे लेकर विधानसभा चुनाव में टिकट बेच रहीं हैं। मायावती ने अम्बेडकर के सपनों को भी बेच दिया।” मौर्य ने आरोप लगाया कि बसपा में दलितों की पूछ नहीं है। मायावती दिखावे के लिए अम्बेडकरवादी हैं।बसपा अध्यक्ष दिखावे के लिए ही अम्बेडकर जयन्ती भी मनाती हैं।बसपा में सौदेबाजी और टिकटों की नीलामी होती है।स्वामी प्रसाद का आरोप है कि दौलत की बेटी मायावती ने संविधान के रचयिता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को जगह-जगह पर बेचा है। मायावती दलित नहीं दौलत की बेटी हैं। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी में दलितों की नहीं बल्कि दौलतमंदों की अधिक पूछ हो रही है। बीते कई चुनाव (2012 व 2014 ) बहुजन समाज पार्टी सौदेबाजी तथा टिकटों की बिक्री के कारण हारी है। स्वामी प्रसाद ने कहा कि मायावती बीजेपी को मजबूत करने में जुटी हैं।
उन्होंने कहा कि अब बहुजन समाज पार्टी में उनको घुटन महसूस हो रही है। मायावती के राज में दलितों की जरा भी पूछ नहीं हैं। वह सिर्फ दिखावे के लिए अम्बेडकरवादी हैं और दिखावे के लिए ही अम्बेडकर जयंती मनाती हैं। वह तो दलितों के सपनों में पलीता लगाने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बीते चुनाव में जिला पंचायत सदस्यों से खूब धन उगाही की गई है। अब बसपा में दलितों की कोई जगह नहीं है। इसी कारण से मैं पार्टी छोड़ रहा हूं।