फर्रुखाबाद: एक जमाने में बसपा के कद्दावर नेता व पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री रहे सर्वेश अम्बेडकर ने बीते दिन भाजपा का दामान थाम लिया| उन्हें बीते 8 नबम्बर 2014 को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण बसपा से निष्कासित कर दिया गया था| उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य के सामने बीजेपी का दामन थाम लिया| उनके साथ उनके काफी बड़ी संख्या में समर्थक भी बीजेपी में शामिल हुये| बीजेपी में शामिल होने के बाद पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री ने फोन पर जेएनआई से बातचीत की | देखे उन्होंने माया और उनकी पार्टी के लिये क्या-क्या कहा |
सर्वेश अंबेडकर ने जेएनआई को फोन पर बताया की वह काशीराम से प्रभावती होकर पार्टी में शामिल हुये थे| उनके द्वारा दबे, कुचले और शोषित लोगो को ऊपर लें जाने के लिये जिस पार्टी का गठन किया गया था| पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने काशीराम की मौत के बाद पार्टी को अपने कब्जे में ले लिया| इसके बाद उन्होंने काशी राम के साथ पार्टी से जुड़े लोगो को एक-एक कर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया| उन्होंने जनाधार वाले लोगो को भी पार्टी से बाहर रास्ता दिखा दिया|
उन्होंने कहा की बसपा सुप्रीमो के लिये रुपया-पैसा पहली पसंद और दलित और पार्टी बाद की| वह अपनी पार्टी की टिकट बेंचती है| बीते वर्ष 2012 के विधान सभा चुनाव में कन्नौज की टिकट उन्हें दी गयी थी| बाद में अधिक रुपया देने वाले को कन्नौज की टिकट दी गयी| उन्होंने जिला पंचायत और प्रधानो तक की टिकट का सौदा करने में कोई गुरेज नही किया| बसपा में नेताओ के लिये वह हालत है जो देश आजादी से पहले भारत के लोगो की थी| हालत यंहा तक है की यदि पड़ोसी के घर आग लग जाये तो भी मायावती की परमिशन के बिना आप आग पर पानी नही डाल सकते| पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री ने बताया की बीजेपी में वह मोदी से प्रभावित होकर बसपा से बीजेपी में शामिल हुये है| अब वह बीजेपी के साथ ही रहकर जनता की सेवा करेंगे|
भाजपा से विधानसभा प्रत्याशी बनने को तैयार सर्वेश
सर्वेश आंबेडकर ने बताया की वह पार्टी में कार्यकर्ता की हैसियत से शामिल हुये है| पार्टी यदि टिकट देगी तो विधान सभा का चुनाव लड़ेगे|