किताबें चाट गयी दीमक, बजट चाट गयी पालिका

CRIME FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन

mic book 1mic book 5mic book 4mic 2फर्रुखाबाद:जिला विधालय निरीक्षक के कार्यालय के लगभग सामने बने एमआईसी कालेज का पुस्तकालय देखकर आप दंग रह जायेगे| जिसमे वर्षो ने सफाई नही हुई| हां सफाई हुई है तो केवल वजट की| पुस्तकालय भुतहा कमरा लगता है| ना ही उसमे बैठने लायक जगह है और ना ही अब पढने लायक कोई किताब नजर आ रही है| लेकिन पुस्तकालय देखकर यह नही लगता की इसके लिये वजट ना आया हो| लेकिन उसे दीमक की तरह पालिका चाट गयी| और इसके बाद भी नेता जी कहते है की हम दूध से नहाये हुये है|

एमआईसी के बच्चो के लिये शिक्षा की रीढ़ माना जाने वाले पुस्तकालय का आँखों देखा हाल जेएनआई टीम ने देखा तो पैरो तले जमीन खिसक गयी| इतनी बदहाल स्थित का तो अंदाजा भी नही लगाया जा सकता था| पहले तो विधालय प्रशासन ने पुस्तकालय खोलने से यह कहकर मना कर दिया की चाबी उपलब्ध नही है| लेकिन बाद में व मुश्किल उन्होंने पुस्तकालय खोला तो हालत किसी पुरानी हबेली के किसी कमरे से कम नही थे| किताबो से जादा धूल जमी हुई थी|

पुस्तकालय की छत पूरी तरह से टूटी हुई| फर्श जगह-जगह से उखड़ी हुई| आधे से जादा किताबे गायब हो चुकी है| जो बची है बे भी अंतिम सांसे गीन रही है | पुरानी धार्मिक ग्रन्थ वाली किताबे भी इस तरह से पड़ी हुई थी की जैसे उसका भारतीय संस्कृति में कोई सम्मान नही| बच्चो को उनके भविष्य का रास्ता दिखाने वाला पुस्तकालय अब खुद अपने भविष्य खराब देख आंसू बहाने पर मजबूर है| नगर पालिका के देखरेख में चलने वाला विधालय एमआईसी विभाग की ही गद्दारी का शिकार हो रहा है |

जुलाई में नया सत्र शुरू हो जायेगा| कालेज में दाखिला लेने वाले बच्चों का क्या भविष्य होगा यह तो देखने की बात है| लेकिन पूर्व पालिका अध्यक्ष मनोज अग्रवाल और वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल की देश के भविष्य के प्रति क्या सोच है इसे उजागर जरुर कर दिया| मजे की बात यह है की जो जिला विधालय निरीक्षक पूरे जिले के कालेज के ठीक ढंग से चलने का दावा करते है उनकी सक्रियता की पोल एमआईसी के अन्दर जाते ही समझ में आ जाती है| क्या डीआईओएस की कोई जिम्मेदारी नही है? क्या वह एमआईसी का निरीक्षण नही करते| यदि करते है तो फिर यह हालात क्यों है| कुल मिलाकर नगर पालिका के द्वारा लाखो का खेल कागजो में किया जा रहा है|
जिम्मेदार क्या कहते है
जिला विधालय निरीक्षक कमलेश बाबू ने बताया की उन्हें इस सम्बन्ध में जानकारी नही है| बच्चों के भविष्य से खिलबाड को बर्दास्त नही किया जायेगा| विधालय का जल्द ही निरीक्षण कर सुधारात्मक कार्यवाही की जायेगी|