फर्रुखाबाद: बीते दिन कानपुर के हैलट अस्पताल में जिन्दगी की जंग हारी लेडी डॉन के पिता ने आखिर अपना मुंह खोला तो उसमे बसपा प्रत्याशी महेन्द्र कटियार उनके पुत्र गुरुदीप सिंह कटियार, तत्कालीन एसओ सालिगराम वर्मा सहित सात पर उनकी पुलिस अभिरक्षा में हत्या करने के मामले में फंस गये है| पहले पुलिस मुकदमा लिखने में हिलाहवाली करती दिखी लेकिन जव पूर्व बसपा विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी अपने दर्जनों समर्थको के साथ कमालगंज थाने पंहुचे तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया|
मृतक लेडी डॉन के पिता रामदास जाटव पुत्र निरंजन सिंह जाटव निवासी कन्नौज गुरसहायगंज मलिकपुर ने थाना कमालगंज में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी| जिसमे रामदास ने कहा गया है की वह बसपा प्रत्याशी महेन्द्र सिंह के भट्टे पर एजेंट के रूप में कार्य करता था| इसी लिये महेन्द्र सिंह कटियार और उसके पुत्र गुरुदीप का उसके घर आना जाना था| बीते वर्ष 3 दिसम्बर 2014 को शाम को 4 बजे गुरुदीप कटियार निवासी नेकपुर आये तो मेरी पुत्री ने उसे बताया की पिता गुरसहायगंज गये है| इस पर गुरुदीप ने कहा की मेरी गाड़ी से साथ चलकर पिता से मिलवा दो बहुत जरुरी काम है| मेरी पुत्री उसके साथ गाड़ी में बैठ कर चली गयी|
गुरुदीप ने मेरी पुत्री को बताये हुये जगह पर नही बल्कि सुनसान जगह पर ले गया| मेरी पुत्री के साथ उसके गुरुदीप और उसके साथियों ने दुष्कर्म किया| शोर सुनकर कुछ लोग और पुलिस भी आ गयी| पुलिस मेरी पुत्री और आरोपियों को अपने साथ गुरसहायगंज थाने ले गये| जब पुत्री ने मुकदमा दर्ज करने के लिये शिकायती पत्र दिया तो उसे कल आने के लिये कहकर टालमटोल कर दी गयी| रामदास ने कहा है की जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर 14 अप्रैल को 376 और हरिजन एक्ट के तहत मुकदमा गुरसहायगंज थाने में दर्ज किया गया था| रामदास ने आरोप लगाया है की पुलिस ने उसकी पुत्री का मेडिकल भी नही कराया| ना ही 164 के तहत वयान दर्ज कराये|
पुलिस ने आरोपियों के राजनैतिक दबाब के चलते अंतिम रिपोर्ट दाखिल की| लेकिन वह अदालत ने स्वीकार नही की| मुकदमा अभी भी न्यायालय में चल रहा है| बसपा नेता महेन्द्र सिंह कटियार और उनके पुत्र गुरुदीप सिंह ने उसके खिलाफ लगत मुकदमा 392 के तहत दर्ज करा दिया| जिसमे वादी गुरुदीप सिंह है| उसकी पुत्री को पुलिस ने फर्जी तरीके से गिरोह का सदस्य बनाकर गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही कर दी| लेडी डॉन के पिता का आरोप है की उसकी पुत्री की उम्र लगभग 20 वर्ष थी| उसने स्नातक तक पढाई की थी| बलात्कार की घटना के पहले उसकी पुत्री का कोई अपराधिक इतिहास नही था| लेडी डॉन के पिता का यह भी आरोप है की महेन्द्र सिंह कटियार और उनके पुत्र गुरुदीप कटियार ने कई आपराधिक मुकदमे उसके खिलाफ फर्जी दर्ज करा दिये|
रामदास ने आरोप लगाया की बीते 29 अप्रैल को उसकी पुत्री निष्पक्ष जाँच की डीआईजी से कर लौट रही थी तभी बसपा नेता महेन्द्र सिंह कटियार उनके पुत्र गुरुदीप सिंह कटियार ने थाना कमालगंज की पुलिस से उसे उठवा लिया| महेन्द्र सिंह कटियार के राजनैतिक प्रभाव के चलते तत्कालीन थानाध्यक्ष सालिगराम वर्मा ने उसके ऊपर नशीला पाउडर लगा दिया | उसे पुलिस अभिरक्षा में थाने के अन्दर बुरी तरह मारा पिटा गया| जिससे उसके गम्भीर चोट आयी| पुलिस ने अपने बचाव के लिये मजिस्ट्रेट से आधी रात को पुलिस रिमांड का आदेश प्राप्त किया |
जिसके बाद उसे हालत गम्भीर होने की स्थित में हैलट कानपुर में भर्ती किया गया| वहां भी एसओ सालिगराम वर्मा ने सुबह 6 बजकर 38 मिनट पर मोबाइल नम्बर 9456694453 से फोन किया और कहा की तुम्हारी पुत्री हैलेट में अंतिम साँस ले रही है| उसे किसी भी मजिस्ट्रेट के सामने पेश नही किया गया | आरोप लगाया गया की मरणासन्न हालत में भी उसे एसओ सालिगराम वर्मा प्रताड़ित कर रहे थे| लेडी डॉन के पिता रामदास ने आरोप लगाया की उसकी पुत्री की बसपा नेता महेन्द्र सिंह कटियार उसके पुत्र गुरुदीप सिंह कटियार और एसओ सालिगराम वर्मा के द्वारा हत्या कर दी गयी| रामदास ने पूरे मामले में महेन्द्र सिंह कटियार, गुरुदीप सिंह कटियार, एसओ सालिगराम वर्मा, अंकेश कटियार,महिला कांस्टेबल नारायणी देवी व अज्ञात लोगो को लेडी डॉन की हत्या का आरोपी बनाया है| पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 147,148,323,302,506 व 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है| जाँच सीओ अमृतपुर कालूराम दोहरे को दी गयी है|