फर्रुखाबाद:चुनावी साल और तोहफों की भरमार। दुबारा सत्ता में लौटने का पक्का इरादा और उसके लिए राह बनाने की कोशिश। दरअसल मिशन 2017 के लिए समाजवादी पार्टी साइकिल चलाकर हर मतदाता तक पंहुचने का प्रयास कर रही है| सपा सरकार की उपलब्धियों को गांव-गांव और जन-जन तक पहुंचाने के लिए यह जन संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। सीएम अखिलेश के विकास का संदेश घर-घर तक पहुंचने का दावा किया जा रहा है| लेकिन क्या हकीकत में अखिलेश का संदेश घर-घर पंहुच रहा है यह बड़ा सबाल है या फेसबुक और वाट्सअप तक ही सीमित बना हुआ है|
मिशन 2017 को लेकर सत्ताधारी सपा की चिंता अपनी कुर्सी बचाने को लेकर अचानक ही बढ गई है। पिछले सालों में उसने जो किया धरा है उसका लेखाजोखा जनता की नजरों में जो भी बन रहा हो, पार्टी इस बात को लेकर बेचैन है कि उसकी सरकार ने इन चार सालों में जो जनता के नाम किया है, इस बारे में जनता कमअजकम जान तो ले। इसी दृष्टिकोण को सामने रख कर सपा आलाकमान ने आगामी एक मई से पार्टी कार्यकर्ताओं को पसीना बहाने के निर्देश दिये थे , कार्यकर्ता गांव गांव साइकिल चला कर सरकार की उपलब्धियों के बारे में जनता के बीच अपनी बात रखेंगे।
लेकिन क्या यह सब ठीक ठाक चल रहा है| साइकिल अभियान केबल फोटो सेशन बनकर रह गया है| अगर मीडिया ना छापे तो भी खुद के मोबाइल में फेसबुक और बाट्स -अप पे तो फोटो बड़े आराम से नेता अपलोड कर रहे है| | योजनाओ को आगे जनता तक पंहुचने में नही वल्कि अपनी खुद को फोटो फेसबुक पर अपलोड कर सियासत चमकाने में जादा नजर आ रही है| इस समय सपा की राजनीति का निजाम कुछ बदला हुआ जरुर लग रहा है| लेकिन गुटबाजी पुन: अभी भी बड़े आराम से सपा की साइकिल पर बैठ कर क्षेत्र में घुम रही है| कई जगह पर तो चर्चा मिली की मजदूरो को दिहाड़ी पर साइकिल यात्रा में लगाया जा रहा है|