फर्रुखाबाद: (शमशाबाद) पड़ोसी जनपद हरदोई के पाली के मोहल्ला शेखसराय निवासी महिला 45 वर्षीय भूरी व नगर के मोहल्ला बिरहाना निवासी ऋषिकान्त को लाठियों से पीटने के बाद मौत के घाट उतारने और उनके घरो में डाका डालने के मामले में हरदोई पुलिस ने थाना शमसाबाद क्षेत्र के फैजबागके निकट से महिलाओं सहित सात आरोपियों को दबोचा है| पुलिस ने उसके साथ लूटे गये माल की तलाश में में काफी समय लगाया लेकिन माल उनके हाथ नही लगा|
घटना में सर्विलांस के माध्यम से हरदोई पुलिस पता लगाती हुई गुरुवार सुबह 4:30 बजे शमसाबाद पंहुची| फ़ोर्स में पुलिस फोर्स का नेतृत्व सीओ शाहाबाद अरविन्द कुमार वर्मा कर रहे थे। उनके साथ सीओ हरियांवा श्याम कान्त त्रिपाठी, कोतवाल हरपालपुर लालता प्रसाद साहू,पाली एसओ, लोनार एसओं श्याम बहादुर, हरदोई महिला थानाध्यक्ष व शमशाबाद थानाध्यक्ष ललितेश त्रिपाठी भारी पुलिस बल के साथ दबिश देंने पंहुचे| उन्होंने फैजबाग स्थित नखासे से देशी जड़ीबूटी बेचने वाले राजाबाबू पुत्र वतन सिंह, राजेन्द्र पुत्र नत्थू सिंह, मुन्ना सिंह उसका पुत्र लल्ली, कमला पत्नी मुन्ना सिंह, विमला पत्नी लल्ली, नूरी पत्नी राजाबाबू को दबोच लिया| पुलिस उसके साथ पूरे दिन नूराकुस्ती खेलती रही| मौके पर हजारो आदमी की भीड़ लगी रही| पुलिस ने पकड़े गये आरोपियों की निशान देही पर कई जगह खुदाई भी करायी| लेंकिन सफलता हाथ नही लगी| जिसके बाद पुलिस आरोपियों को लेकर हरदोई चली गयी| वही हरदोई पुलिस के दरोगा देवेन्द्र यादव और कांस्टेबल सुनील अभी बचे हुये आरोपियों के परिवार पर नजर बनाये हुये है|
क्या थी पूरी घटना
हरदोई जिले के पाली कस्बे के बेनीगंज मोहल्ले में रहने वाले नगर पंचायत पाली के पूर्व चेयरमैन कमलाकान्त बाजपेयी के छोटे भाई ऋषिकान्त बाजपेयी (56) के घर पर बदमाशों ने मध्यरात्रि बाद धाबा बोला और छत पर सो रहे ऋषिकांत की डंडो से पीट-पीटकर हत्या कर दी। उसके बाद जीने से नीचे उतर कर उनकी पत्नी शशिकला और मयंक को भी लहूलुहान करके कमरों की अलमारी तोड़कर हथियार बंद बदमाश घर में रखा लाखों रूपये का कीमती सामान जेवरात और नकदी लूटकर फरार हो गए। इस घटना से पहले इन्ही बदमाशों ने मोहल्ला शेख सराय में अल्लन के घर को निशाना बनाया और अल्लन की पत्नी भूरी (45) की हत्या कर दी और बेटे शादाब को पीटकर घायल कर दिया। यहां बदमाश लड़के के घर से भागने के कारण बगैर कमरे में दाखिल हुए फरार हो गए और यहां से जाने के बाद दूसरी घटना को अंजाम दिया।
घटना के बाद स्थानीय लोग पुलिस की लापरवाही के विरोध में सड़कों पर उतर आये और हजारों की भीड़ ने थानाध्यक्ष को हटाए जाने की मांग को लेकर थाना घेर लिया था। इस दौरान कई घंटों तक अराजकता की स्थिति बनी रही। मामला बढ़ने पर इसकी सूचना पुलिस के आलाधिकारियों को हुई तो मौके पर डीआईजी रेंज लखनऊ आरकेएस राठौर भी पहुंचे थे। इसके बाद फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड की मदद से छानबीन की गयी लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला था। थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलम्बित किये जाने के बाद लोगों ने मृतकों के शवों को उठने दिया था |
एक बजकर बीस मिनट पर घर में घुसे बदमाश
मृतक के भाई शशिकांत बाजपेयी ने बताया हमारे भाड़े भाई और हमारे दो-तीन मकान हैं। पुराने वाले मकान में मैं रहता हूं और यहां हमारे पूर्व चेयरमैन भाई कमलाकांत के बगल में ऋषिकांत का मकान है। ऋषिकांत ऊपर लेटे थे एक बजकर बीस मिनट पर हमारे भतीजे ने फोन किया कि हमारे घर पर कुछ लोग घुस आये हैं और काफी सामान ले गए हमारे पिताजी को मारा है जो मरणासन पड़े हैं। मयंक को भी मारा और हमारी भाभी को भी मारा और सारा सामान लेकर चले गए।