नई दिल्ली: देश की सबसे तेज रफ्तार ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस की आज से शुरुआत हो गई। देश की इस पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गतिमान एक्सप्रेस दिल्ली से आगरा के बीच चलेगी।
इस मौके पर सुरेश प्रभु ने कहा कि मुझे विश्वास है इससे जो हमें अनुभव हासिल होगा वो देश और रेलवे की तरक्की के लिए महत्वपूर्ण होगा। देश की इस पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गतिमान एक्सप्रेस दिल्ली से आगरा के बीच चलेगी।
गतिमान एक्सप्रेस 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी और दिल्ली से आगरा के बीच 200 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 100 मिनट में तय होगी। ट्रेन के डिब्बों में हॉटस्पॉट उपकरण लगाए गए हैं जिससे यात्री अपने स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप पर सीधे इन सुविधाओं का निशुल्क लाभ उठा सकते हैं। अगर यात्रियों को कोई एप डाउनलोड करना होगा तो वे भी इसका निशुल्क सेवा का लाभ उठा सकते हैं। इस दौरान उन्हें सीमित अवधि के विज्ञापन भी दिखाए जाएंगे। 12050 निजामुद्दीन-आगरा-निजामुद्दीन गतिमान एक्सप्रेस दोनों ओर से सप्ताह में छह दिन चलेगी, केवल शुक्रवार को नहीं चलेगी।
निजामुद्दीन से यह सुबह 8:10 बजे रवाना होगी और 9:50 बजे आगरा पहुंचेगी। लौटते समय यह आगरा से शाम 5:50 बजे चलेगी और 7:30 बजे निजामुद्दीन पहुंचेगी। ट्रेन में दो एक्जिक्यूटिव वातानुकूलित चेयर कार और आठ सामान्य एसी चेयर कार होंगी। इसका किराया 690 रुपये तय किया गया है। एक्जिक्यूटिव श्रेणी के लिए यह किराया 1365 रुपये होगा।
बता दें कि कुछ दिन पहल ही इस हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल किया गया था जो फेल हो गया था। जानकारी के मुताबित, दिल्ली से आगरा की जिन पटरियों पर एक्सप्रेस ट्रेनें बमुश्किल 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ रही हैं, उसी पर हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल किया गया जो असफल रहा था। आगरा से दिल्ली लौटते समय पेंटो टूट गया था।
आगरा के एडीआरएम डिम्पी गर्ग ने बताया था कि आगरा गतिमान एक्सप्रेस अपने ट्रयल में फेल रही। दिल्ली से आगरा की दूरी को 90 मिनट में पूरा करने की कोशिश में गतिमान एक्सप्रेस के इंजन का पेंटो टूट गया। पेंटू टूटने से बिजली की सप्लाई रुक गई और ट्रेन खड़ी हो गई। 30 मिनट तक ट्रेन रुकी रही। इसकी सूचना पर रेलवे के अधिकारी और तकनीकि टीम मौके पर पहुंची और मरम्मत की।