फर्रुखाबाद:(कमालगंज) बीते दिनों वार्ड नर्स को दी गयी नवजात बच्ची अपने माँ-बाप के पास एक सप्ताह बाद पंहुची| उसे माँ की गोद तो नसीब हो गयी लेकिन नसीब साफ दिखने गला| यह कहिये की अमीरी के समंदर से निकल कर नवजात गरीबी के दलदल में आ गयी| स्टाफ नर्स ने बच्ची को पुलिस के सामने उसकी माँ को सौप दिया|
विदित है की थाना जहानगंज क्षेत्र के ग्राम कंधरापुर निवासी जाकिर की पत्नी तब्ससुम को गाँव की आशा बहू बीना कटियार ने बीते 27 फरवरी को सुबह तकरीबन 5 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कमालगंज में प्रसब हेतु भर्ती कराया था| प्रसूता का आरोप था की उसने सुबह 6 बजे बच्ची को जन्म दिया| 28 फरवरी को स्टाफ नर्स आराधना ने उससे कहा की तुम्हारे पहले से ही चार लडकी है| इस बच्ची का क्या करोगी| यह बच्ची हमे दे दो इसे अच्छी जगह भेज देगे| इस पर प्रसूता ने अपनी नवजात बच्ची को स्टाफ नर्स को सौप दिया| बाद में वापस मांगने पर बच्ची नही मिली| बीते एक दिन पूर्व बच्ची ना मिलने पर प्रसूता के परिजनों ने थाने में तहरीर दी थी|
रविवार को स्टाफ नर्स आराधना नवजात बच्ची को लेकर अस्पताल पंहुची| जिसके बाद एमओआईसी मानसिंह ने बच्ची का मेडिकल परिक्षण किया| इसके बाद नवजात को थाने लाया गया| जंहा पुलिस के सामने स्टाफ नर्स ने बच्ची को उसकी माँ तबस्सुम की गोद में भी दे दिया| स्टाफ नर्स आराधना ने बताया की नवजात को उनको अपने नोएडा के एक रिश्तेदार को दे दिया था| उन्होंने बच्चा मिलने की ख़ुशी में अपने घर पर बहुत बड़ा कार्यक्रम भी किया और हजारो रुपये के खिलौने भी लाये गये| लेकिन बच्ची वापस आने से वह परिवार दुखी है| की जिस जगह पर नवजात भेजी गयी थी उस घर में उसके लिए किसी चीज की कोई कमी नही थी| और अब अब उसके खुद के घर में दो जून की रोटी जुटाना भी बड़ी बात है| उसके पहले से ही चार बहन है|