चंढीगढ़। जाट आरक्षण की मांग को लेकर कई स्थानों पर रात में हुई ताजा हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बीच सेना ने तनावग्रस्त क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया और साथ ही रोहतक के अलग अलग इलाकों तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया। राज्य के दो जिलों में पहले ही कर्फ्यू लगा दिया गया है और हिंसा करने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए हैं।
जाटों के प्रदर्शन के कारण जनजीवन बाधित है। रोहतक, जींद, भिवानी और राज्य के कई अन्य हिस्सों में सड़कें एवं रेल मार्ग बाधित है और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को राज्य के नौ जिलों में सेना को लगाया था। भिवानी और रोहतक जिले में कर्फ्यू लगाने के साथ ही देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। यह कदम जाटों के प्रदर्शन के हिंसक रुख अख्तियार करने के बाद उठाई गई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए।
हरियाणा के अलग अलग शहरों से आ रही खबरें सुनकर ऐसा कहीं भी नहीं लग रहा है कि जाट प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार हैं। नारनौंद के पास मदनहेड़ी गांव में सेना की गाड़ियों को आंदोलानकारियों ने बंधक बना लिया। झज्जर में आज फिर एक मंत्री के घर पर हमला हुआ। हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी धनखड़ के घर पर शरारती तत्वों ने तोड़फोड़ की।
केंद्र सरकार ने अव्यवस्था फैला रही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अर्धसैनिक बलों के 3,300 जवानों को तैनात किया था। बहरहाल, निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद रात भर कई जिलों में हिंसा और आगजनी की घटनाएं जारी रहीं जिनमें हिसार, झज्जर, जिंद, कैथल और पानीपत शामिल हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भिवानी में सेना ने आज सुबह फ्लैग मार्च किया। प्रशासन ने लोगों से अपने घरों में ही रहने को कहा है।
निशाने पर राजकुमार सैनी
कैप्टन अभिमन्यु के बाद शुक्रवार रात इस पूरे प्रदर्शन में निशाने पर रहे बीजेपी सांसद राजकुमार सैनी की कोठी पर भी प्रदर्शनकारियों ने धावा बोल दिया। कैथल में प्रदर्शनकारियों ने सैनी की कोठी के शीशे तोड़ दिए। साथ ही, घर के बाहर खड़ी गाड़ियों को भी नहीं बख्शा और उनमें भी जमकर तोड़फोड़ की। डंडों और रॉडों से लैस प्रदर्शनकारियों ने पूरे हुड्डा सेक्टर में जमकर बवाल काटा, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और स्थिति को संभाला।
राजकुमार सैनी पहले ही अपने बयान पर खेद प्रकट कर चुके हैं। उन्होंने कहा था, ‘मेरी तरफ से कहे गए किसी शब्द से कोई नाराजगी हुई हो तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं। अगर उससे प्रदेश में शांति बने तो मैं अपने शब्द वापस ले लेता हूं।’
सरकार का प्रस्ताव ठुकराया
आरक्षण की मांग पर भड़के जाटों ने खट्टर सरकार का प्रस्ताव खारिज कर दिया है। जाट नेताओं ने कहा है कि सरकार पहले अध्यादेश लाए, उसके बाद बिल पास कराने की कोशिश हो। ऑल इंडिया जाट आरक्षण संगठन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा, ‘हरियाणा सरकार की ओर से कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया गया है। बीजेपी सरकार जाटों को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रही है क्योंकि जाटों को आरक्षण देने के संदर्भ में उसके इरादे ठीक नहीं हैं।’
प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं
सफीदों में जाट आंदोलन का उग्र रूप दिखाई दिया है। शुक्रवार रात हाट गांव की घटना में प्रदर्शनकारियों ने एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया है। गाड़ी में मौजूद लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। आरक्षण पर आंदोलन के चलते आज शाम से दिल्ली के कई इलाकों में पानी की किल्लत भी हो सकती है। प्रदर्शनकारियों ने मुनाक नहर पर कब्जा कर लिया है।
ट्रेनों पर असर
अंबाला में आज 87 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। 13 ट्रेनों को बीच रास्ते में ही रद्द करना पड़ा। शताब्दी ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं। उत्तर रेलवे के सीपीआरओ नीरज शर्मा ने बताया कि शुक्रवार से पानीपत होकर अंबाला जाने वाला मुख्य रूट भी प्रभावित हुआ है। शनिवार सुबह से रेवाड़ी का रूट प्रभावित हुआ है। सोनीपत, झज्जर, पानीपत, रोहतक पर भी असर हुआ है। शुक्रवार को हमें करीब 72 कैंसल करनी पड़ी, पूरी 150 ट्रेनें रद्द हुई हैं। शनिवार को 4 बजे तक की ट्रेन कैंसल करनी पड़ी हैं। नीरज शर्मा ने बताया कि 2 स्टेशनों पर आगजनी की गई है। इससे सभी तरह की मालगाड़ियों पर भी असर हुआ है। सीमेंट, अनाज की सप्लाई पर भी असर पड़ा है। रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि स्टेशन निकलने से पहले गाड़ी का स्टेटस जरूर पता कर लें।