फर्रुखाबाद: सत्ता में आंकड़ा सिर्फ जीत का होता है| हार के लिए कोई ही नहीं बानी है| उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष ज्यादा से ज्यादा जीत लेना चाहती है| आंकड़े भी उसी के पक्ष में है मगर कुछ जगह विरोध है तो अपने ही कर रहे है जिन्हे अब समाजवादी पार्टी बेगाना कर रही है| समाजवादी पार्टी के गढ़ वाले इलाको में फर्रुखाबाद जनपद भी आता है जहाँ सपा के अधिकृत प्रत्याशी के विरोध में उन्ही की पार्टी के एक निष्काषित नेता ने ताल ठोक शिवपाल सिंह यादव को चुनौती पेश कर दी है| चूँकि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने जिला पंचायत चुनाव की कमान ही शिवपाल सिंह यादव को सौप दी है लिहाजा अब हर मामले से निपटना भी शिवपाल सिंह यादव को है| शिवपाल सिंह यादव सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई है और उत्तर प्रदेश सरकार में अपने भतीजे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में एक हैसियत रखते है| ३ जनवरी २०१५ को फर्रुखाबाद पहुंचकर शिवपाल सिंह ने अधिकारियो से शांतिपूर्वक चुनाव कराने की ताकीद करते हुए अपने विधायको और कार्यकर्ताओ के साथ रणनीति तैयार की| बाद में मीडिया से मुखातिब होकर क्या कहा खुद सुनिए-