फर्रुखाबाद: मुख्यमंत्री ने जनपद में पार्टी को मजबूत करने और गुटवाजी समाप्त करने के उदेश्य के चलते बहुत बड़ा कदम उठाया है| एक के बाद के कई नेताओ के विकेट गिरा दिये और कई को नोटिस भी जारी किये गये है| इसी क्रम में शुक्रवार को जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह यादव पर भी सीएम की गाज गिर गयी उनकी कुर्सी चली गयी|
अनुशासन का डंडा चलाते हुये बीते दिन ही चीनी मिल के उपाध्यक्ष सुबोध यादव को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया था| जिसके बाद जनपद के नेतो और नेताओ पर भी गाज गिरने की सम्भावना बनी हुई थी| जिसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह यादव को हटा दिया है| जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह यादव ने बीते 29 मई को जिलाध्यक्ष पद को सभाला था| उनके जिलाध्यक्ष बनने के बाद से ही जनपद के चारो विधायक ने जमकर विरोध किया और उनकी अध्यक्षता में होने वाली बैठको में भी शामिल नही हुये|
सपा के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने जारी किये गये पत्र में कहा है कि सपा के प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से प्रताप सिंह को जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है| अन्दर खाने की खबर है कि अभी जनपद के कई सपा नेताओ पर गाज गिरने की सम्भावना है|
जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह यादव ने बताया कि इस सम्बन्ध में उन्हें कोई जानकारी नही है| उन्होंने यदि कोई गलती की होगी तो कार्यवाही भी आला कमान कर सकता है|