फर्रुखाबाद: महोत्सव में शुक्रवार को वन, पर्यावरण एवं आयुष्य संगोष्ठी व कृषि गोष्ठी, पंचायत व सहकारिता सम्मेलन का अयोजन किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्रदेश के दुग्ध एवं पशुधन विकास मंत्री श्री राममूर्ति वर्मा पंहुचे । अध्यक्षता डा. रामकृष्ण राजपूत ने की।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए कबीना मंत्री श्री राममूर्ति वर्मा ने कहा, डेयरी उद्योग प्रदेश का सफलतम उद्योग बन गया गया है। वर्तमान में विगत वर्षों की तुलना में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन हो रहा है। उन्होंने डेरी उद्योग के विकास के लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयासों को भी गिनाया। साथ ही लोगों को इस तरह के व्यवसाय अपनाने पर जोर दिया। डा. रामकृष्ण राजपूत ने कुछ समाचारों का हवाला देते हुए पांचाल घाट स्थित पराग डेरी के बंद किए जाने की बात को मंत्री के सामने उठाया। जिसपर उन्होंने बताया कि पराग डेरी को बंद नहीं करवाया जाएगा बल्कि उसके विकास के लिए आवश्यकता पड़ने पर अनुदान व सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डेरी को मंडल स्तर से संबद्ध कर दिया जाएगा। साथ ही जिला दुग्ध संघ को समाप्त कर मंडल स्तर पर ही दुग्ध संघ का गठन किया जाएगा। इस अवसर पर उप निदेशक कृषि एके सिंह ने किसानों से जैविक कृषि अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, जैविक खेती के माध्यम से प्राप्त उत्पाद बाजार में अन्य उत्पदों से महगा बिकता है।
केन्द्र व प्रदेश की सरकार ने जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए जैविक कृषि प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है। जिसके माध्यम से जैविक कृषि करने वाले किसान को प्रति हेक्टेयर 7 हजार रुपए का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने सोलर व कषि यंत्रीकरण पर भी प्रकाश डाला। इससे पूर्व आयोजित हुई वन, पर्यावरण एवं आयुष्य गोष्ठी को संबोधित करते हुए परियोजना निदेशक डा. डीआर विश्वकर्मा ने कहा, वृक्षारोपड़ का महत्व हमारे पूर्वज भलीभांति जानते थे। वह तालाब खुदवाते थे, वृक्ष लगाते थे और गोचर भूमि को छोड़ते थे। मात्र तालाब खुदवाने से अग्निहोत्र की प्राप्ति होती है। वृक्षारोपड़ से इस लोक व परलोक में श्री वृद्धि होती है। गोचर भूमि छोड़ने से गोदान के समतुल्य पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए सभी को वृक्षारोपड़ करना चाहिए। इस अवसर पर डा. सुर्जन लाल जिला आयुर्वेदिक अधिकारी, डा. मोहम्मद मोहसिन जिला यूनानी अधिकारी, ओंकार सिंह क्षेत्रीय वनाधिकारी आदि ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए आयुर्वेदिक, युनानी चिकित्सा पद्धतियों व वन संरक्षण पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में अपना विशेष योगदान करने वाली सात प्रतिभाओं को मंत्री राममूर्ति वर्मा ने सम्मानित किया। जिनमें सीपी विद्या निकेतन के एनडी सिंह, जमुर्रद बेगम, कामिनी कौशल आदि शामिल हैं। मंत्री जी ने जमुर्रद बेगम की पत्रिका बाल वैतरिणी का विमोचन भी किया। एक्सीलेंट डांस क्लासेज के बच्चों को भी पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन दीपिका त्रिपाठी ने किया। इस दौरान पूर्व विधायिका उर्मिला राजपूत, अनिल मिश्रा एडवोकेट, डा. अरुण कुमार पाण्डेय, कामता सिंह एडवोकेट, पूरन चन्द्र मिश्रा, दीपक गुप्ता, अभिषेक पाण्डेय आदि मौजूद रहे।