फर्रुखाबाद: सेन्ट्रल जेल में अधिकारी बड़ी संख्या में सुरक्षा से खिलबाड कर अपनी जेबे भरने में व्यस्त है| ना ही कैदियों की सुरक्षा की उन्हें फ़िक्र है और ना ही उनके जेल से भाग जाने की| जेल में सुरक्षा के नाम पर केबल खानापूरी चल रही है| कही बंदी रक्षक दारू के नशे में अपनी डियूटी करते है तो कही महिला कर्मियों पर शराबी हमला कर देते है| लेकिन जेल अधिकारी केबल यह कहकर अपना पल्ला झाड लेते है कि उन्हें मामले की जानकारी नही है| उनके इस बेतुके जबाब से अराजकतत्वो को तो बल मिलता ही है साथ ही साथ जेल परिसर शराबीयो की मंडी बना हुआ है| जेल में वर्तमान में प्रदेश के बड़े-बड़े कई नामी माफिया बंद है| लेकिन उसके बाद भी सुरक्षा किक तरफ जेल विभाग का ध्यान नही है| बल्कि फर्जी तरीके से बिलों पर हस्ताक्षर कर जेबे भरी जा रही है|
989 बीघा में बनी सेन्ट्रल जेल में कुछ भूमि को कृषि कार्य के लिये रखा गया था| जिसके बाद अन्य में जेल की बैरक आदि का निर्माण कर बाहर से ऊँची बाउन्ड्री बाल बना दी गयी थी| दीवार पर अंग्रेजी हुकूमत के बाद ही रोशनी की व्यवस्था हेतु चारो तरफ बिजली के तार और उन पर जगह जगह बल्ब लगाये गये थे| खुले तारो में बिजली का करेंट दौड़ता था| इसके बाद बीते कुछ वर्ष पूर्व जेल के चारो तरफ सुरक्षा के लिहाज से बाँच टाबर बनाये गये थे| जिस पर बंदी रक्षक हथियारों दूरबीन आदि के साथ रहते थे| साथ ही टाबरो पर बड़े बड़े बल्ब लगाये गये थे| जिनका प्रकाश एक टावर से दूसरे टाबर तक जाता था| जेल की मुख्य दीवार के किनारे-किनारे कटीले तार भी लगाये गये थे| लेकिन बीते कुछ समय से जेल की यह सभी सुरक्षा राम भरोसे है|
दीवार के किनारे लगे तार टूटे पड़े है| टाबर पर अब कोई कर्मचारी तैनात नही रहता है| दीवार के किनारे लगी सभी लाइटे टूटी पड़ी है| रात होते ही जेल की चार दिवारी अँधेरे में डूब जाती है| लेकिन इससे अधिकरियो को कोई फर्क नही पड़ता| सबसे बड़ी बात यह है कि जेल की नई चारदिवारी का निर्माण बीते कई महीनों से चल रहा था| जो महीनों से बजट के आभाव से बंद है| जिसके निर्माण करने वाले ठेकेदार ने चार दिवारी के किनारे बांस बल्ली लगा रखे है| जिससे चढ़ कर आराम से जेल से अन्दर बाहर हुआ जा सकता है| अधिकारी चुप्पी साधे हुये है|
जेल में बंद है कौन कौन माफिया व् शातिर अपराधी
फ़िलहाल जेल में बंद माफियाओ व बड़े अपराधी के नाम पहले से ही लिस्ट में है| और इन सभी 51 माफियाओ व बड़े अपराधियों से मुलाकात को लेकर जो मानक है वह उन पर कभी लागू ही नही होता है| जिन माफियाओ व बड़े अपराधियों के नाम शासन ने भेजे है वह है माफिया सुभाष ठाकुर पुत्र शोभानाथ निवासी निवादा फुलपूर वाराणसी, पूर्व विधायक उदयभान सिंह पुत्र तहसीलदार निवासी सेमरा फूलपुर चिल्ल मिर्जापुर, पिंटू पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी सेमरा परेसा चिल्ल मिर्जापुर, मो० जाहिर पुत्र सहिद पुत्र डोडनपुर मोहन गंज रायबरेली अशोक पुत्र जाली प्रसाद निवासी भंडूरा श्रीनगर महोवा, अमरजीत सिंह पुत्र शेर सिंह बुगडी कला शानेवाल लुधियाना पंजाब, राम शंकर दुबे पुत्र वीरेंद्र दुबे निवासी सूरज भानपुर महाराजगंज फैजाबाद, राजेश पुत्र शिवप्रसाद राजापुर शिवगढ़, नीरज सिंह पुत्र अशोक सिंह वनकटी थानेपुर गोंडा, यकाब पुत्र अकबर मुरलीपुर मेरठ, धर्मेन्द्र तिवारी पुत्र निर्मल तिवारी जगदीशपुरा मिलयेसिया रायबरेली, हवा सिंह पुत्र राजू हरिजन ठिकाना बडौत बाग़पथ, मो० हुसैन पुत्र शकील निवासी सिद्धार्थनगर, अब्दुल महमूद पुत्र अब्दुल विलकना नौ खंड सिद्धार्थनगर, बुद्धपाल निवासी जोगीपुर उतरौला बलरामपुर, पवन टमाटर पुत्र अशोक निवासी बिधनपुर कोखराज कौसम्बी, अभिन्दन पुत्र अभिलाष निवासी देवमई मैनपूरी, वीरेन्द्र प्रताप पुत्र गिरधारी निवासी बधवा जामो अमेठी, भोला पुत्र भगवान निवासी भैसासुर मिस्रिख सीतापुर, राम पुत्र कल्लू निवासी तिर्वा कन्नौज, अशोक छोटे लाल निवासी शेखपुर खानपुर बुलंदशहर, दीनालाल पुत्र झगडू निवासी पुरुषोत्तम अस्राम बाराबंकी|
मरदान सिंह पुत्र राम सहाय बैरनापुर गोंडा, अरुण कुमार पुत्र अशोक रघुनाथपुर गोंडा, बिक्रम बबर पुत्र अशोक निवासी गोंडा, टिल्लू पुत्र जगमोहन निवासी एलाऊ पर्वतपुर मैनपुरी, संजय मोहन जगमोहन पर्वतपुर मैनपुरी, इदरीश पुत्र मुक्तियार सौरिख कन्नौज, राम सिंह पुत्र रामबक्श घटमपुर कानपुर, फिरोज पुत्र क़ुतुब चिकबा कृपानगर फीहगंज इलाहाबाद, राकेश अवस्थी पुत्र रामप्रसाद महाराह कटरा कल्याणपुर कानपुर, सुनील मुन्नू हरिहरपुर राजेपुर, राजेन्द्र बहादुर पुत्र छक्की लाल मंगलपुर कानपुर, मो० वसीम पुत्र यासीन कन्नौज, श्याम चौहान पुत्र बलवीर सिंह , चित्रपुर कोतवाली मैनपुरी, पंचम लाल पुत्तर गिरीश चन्द्र निवासी अमृतपुर फर्रुखाबाद, रामचंद्र पुत्र विमला दयाल कचहरी कन्नौज, रामौतार पुत्र धीरसिंह नाग्लादीन छिवरामऊ कन्नौज, दिनेश पुत्र जगदीश चौबेपुर कानपूर, अमरीश पुत्र पिर्नु मुजफ्फर नगर, कुलदीप पुत्र अमर सिंह जवाहर नगर जालौन, रामरतन पुत्र राजपाल निवासी तिलहर, इलाही पुत्र अब्दुल रहमान, कासगंज, विपिन पुत्र दलेर नगला प्राण इटावा, श्याम जातव पुत्र डालचंद्र निवासी राजपुर धौलपुर, शैलेन्द्र उर्फ़ शिफू पुत्र रघुवीर सिंह, उरई जालौन, सलिउद्दीन पुत्र इसरार मरारपुर आंबेडकर नगर यह वाग माफिया और शातिर अपराधियो के नाम हैं जिनकी मुलाकात को लेकर शासन व प्रशंसन नजर रखता है|