फर्रुखाबाद: बीते कई दिनों से सदर तहसील के गाँव पखना के चकबंदी को लेकर चल रही चक-चक अब समाप्ति की ओर नजर आ रही है| प्रधान ने पहले चकबंदी की खुली बैठक की जानकारी उन्हें ना होने की बात कही थी| लेकिन जेएनआई के खुलासे के बाद प्रधान ने पुरे प्रकरण से अपना पल्ला ही झाड़ लिया| जिससे अब गाँव में चकबंदी प्रक्रिया शुरू ना करने की मांग पर मोहर लगती दिख रही है|
पखना में चकबंदी ना कराने को लेकर तहसील दिवस में ग्रामीणों ने शिकायत की थी| जिसके बाद 11 जून को चकबंदी अधिकारियो की खुली बैठक गाँव में होना तय किया गया| इसके लिये बने एजेंडे पे ग्राम प्रधान शिवनंदन सिंह यादव ने अपने हस्ताक्षर भी किये| पक्ष में 453 ग्रामीणों में हस्ताक्षर कर कहा की वह चकबंदी प्रक्रिया से सहमत नही है| जबकि चकबंदी कराने वाले ग्रामीणों में केबल 20 ग्रामीणों के ने हस्ताक्षर किये| गाँव में राजनितिक गुटवाजी भी हावी है| ग्राम प्रधान ने बाद में यह कहकर चकबंदी प्रक्रिया का विरोध किया की उन्हें बैठक की पूर्व में कोई जानकारी नही दी गयी| जिससे एक बार फिर से गाँव में चकबंदी को लेकर चकचक शुरू हो गयी थी|
शनिवार को जेएनआई के हाथ लगे कागजातों में एजेंडे में सबसे ऊपर ग्राम प्रधान के हस्ताक्षर व मोहर है| जिससे यह तो साबित हो गया की प्रधान को पूरे प्रकरण की सूचना पूर्व में ही थी| ग्राम प्रधान शिव नंदन यादव ने बताया की उनके फर्जी हस्ताक्षर किये गये| लेकिन ग्राम प्रधान की सील कहा से लगी इसका वह कोई जबाब नही दे सके| प्रधान ने बताया की वह जनता के साथ है जनता जैसा चाहेगी वह वैसा ही करेगे|