ब्रिटेन चुनाव में भी अबकी बार….सरकार

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special_modi1नई दिल्ली: ब्रिटेन के दो सबसे बड़े सियासी दल के नेता वहां मोदी चमत्कार दोहराने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों ही पार्टी के नेता भारतीय वोटर पर जोर दे रहे हैं। दरअसल कभी भारत में राज करने वाले ब्रिटेन पर इन दिनों भारतीय मूल के लोगों का परचम लहरा रहा है। और उनके दबदबे का आलम ये है कि माना जा रहा है कि भारतीय वोट जिस तरफ मुड़ जाएंगे-जीत उसी की होगी।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अपनी पत्नी सामंथा कैमरन के साथ हाल ही में दोनों लंदन के एक गुरुद्वारे में माथा टेकने पहुंचे थे। वहीं सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टी के प्रमुख प्रतिद्वंदी लेबर पार्टी के नेता एड मिलिबैंड भी मंदिरों और गुरुद्वारों के चक्कर लगा रहे हैं। इन दौरों में अक्सर उनके साथ उनकी पत्नी जस्टिन भी नजर आती हैं। दरअसल, ब्रिटेन में 7 मई को आम चुनाव हैं और दोनों ही प्रमुख पार्टियां इस चुनाव में भारतीय मूल के मतदाताओं को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते।

ब्रिटेन के दो सबसे बड़े सियासी दल के नेता वहां मोदी चमत्कार दोहराने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों ही पार्टी के नेता भारतीय वोटर पर जोर दे रहे हैं।सात समंदर पार ब्रिटेन में खालिस भारतीय अंदाज में दोनों ही प्रमुख नेता और पार्टियां भारतीय मूल के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही हैं तो इसमें ताज्जुब की बात नहीं है। दरअसल, ब्रिटेन के मौजूदा चुनाव में भारतीय मूल के मतदाता सबसे अहम हैं। वो जिस पार्टी की तरफ मुड़ जाएंगे उसकी जीत में सबसे अहम फैक्टर बन जाएंगे क्योंकि वो अब वोट बैंक में बदल चुके हैं। ब्रिटेन में कुल 4.5 करोड़ मतदाता हैं। इनमें विदेशी मूल के 39.8 लाख मतदाता हैं। जिनमें सबसे ज्यादा 6.2 लाख भारतीय मूल के मतदाता हैं। यही नहीं ब्रिटेन में भारतीय मूल के प्रवासी सबसे ज्यादा हैं। 2011 की जनगणना के मुताबिक ब्रिटेन में भारतीय मूल के 14 लाख लोग हैं।

1960 में ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों की संख्या 5 हजार के ही आसपास थी, लेकिन आज अगर आप लंदन में साउथ हाल जैसे ऐसे इलाके चलें जाएं तो आपको लगेगा ही नहीं कि आप ब्रिटेन में हैं या भारत में। भारतीयों की बढ़ती आबादी और असर की वजह से ही प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और मिलिबैंड से लेकर छोटी-बड़ी तमाम राजनैतिक दल भारतीयों को रिझाने में लगे हैं।खास बात ये है कि इस अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रणनीति की बहुत करीब से नकल की जा रही है। यहां तक कि डेविड कैमरन ने अपना नारा ही पीएम मोदी के चुनावी नारे के तर्ज पर गढ़ लिया है। डेविड कैमरन अपनी सभा में कहते हैं एक बार फिर कैमरन सरकार। डैविड कैमरन और एड मिलिबैंड दोनों ने भारतीय मूल के लोगों के बीच अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की प्रशंसा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के भारत से गहरे रिश्ते बनाने का भरोसा दे रहे हैं।

चुनावी जंग में उलझे ब्रिटेन के नेताओं में प्रधानमंत्री मोदी के करीब दिखने की ये कोशिश बेवजह नहीं है। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे से लेकर ऑस्ट्रेलिया और हाल ही में कनाडा में भी उनकी जबरदस्त लोकप्रियता दिखाई दी है। पूरी दुनिया ये देख चुकी है कि विदेश में बसा भारतीय समुदाय पीएम मोदी में एक मजबूत नेता की छवि देखता है।उनमें भरोसा करता है। माना जाता है कि ब्रिटेन में भी पीएम मोदी के समर्थकों की बड़ी संख्या है, इसलिए कैमरन से लेकर मिली बैंड तक पीएम मोदी की ही तर्ज पर मंदिर और गुरुद्वारों का चक्कर लगा रहे हैं। कंजर्वेटिव पार्टी ने पीएम मोदी के चुनावी गीत के तर्ज पर अपना चुनावी गीत भी जारी किया है।