लखनऊ : ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी में जुटी राज्य सरकार ने 30 मई तक 14 हजार आशा बहू और संविदा पर 24 सौ एएनएम भर्ती करने का निर्देश दिया है। दूसरी ओर केंद्र सरकार ने डायरिया, निमोनिया से बचाव में इस्तेमाल होने वाली दवाओं में कुछ दवा लिखने का अधिकार आशा बहू को देने का निर्णय किया है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मौजूदा वित्तीय वर्ष को किसान व मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य वर्ष मनाने का एलान किया है, जिसके तहत नवजात से लेकर पांच साल तक के बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने का विशेष अभियान चलाया जाना है। इस कार्य के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 14 हजार आशा बहू और संविदा पर 24 सौ एएनएम भर्ती करने का निर्णय किया है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अरविंद कुमार ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारियों को 30 मई तक भर्ती का काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है। भर्ती में पारदर्शिता बरतने की हिदायत दी गई है।
दूसरी ओर गुरुवार को लखनऊ में 25 जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को डायरिया, निमोनिया से बचाव का तौर-तरीका बताया गया। केंद्र सरकार की ओर से निमोनिया व डायरिया से बचाव में कुछ दवा लिखने का अधिकार आशा बहुओं को देने का निर्णय के तहत दवाओं का नाम की अधिसूचना जल्द जारी होगी। इससे बीमारी की चपेट में आए बच्चों को त्वरित इलाज मिल सकेगा।