नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी (आप) की रैली में एक किसान ने पेड़ से लटक कर खुदकुशी कर ली। हालांकि उसे राम मनोेहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। किसान के शव का पोस्टमार्टम लेडी हार्डिंग में किया जाएगा। किसान की खुदकुशी के दौरान केजरीवाल मंच से भाषण देते रहे। हालांकि बाद में आप नेता कुमार विश्वास ने इस मामले पर सफाई दी कि हम मंच से लगातार अपील करते रहे और हमारे कार्यकर्ताओं ने ही उसे पेड़ से उतारा। संजय सिंह कहा कि उस समय यदि हम मंच से उतरते तो भगदड़ मच सकती थी।
किसान ने खुदकुशी की कोशिश करने से पहले पेड़ से एक चिट्ठी फेंकी। चिट्ठी में उसने फसल की बर्बादी का जिक्र किया था। चिट्ठी से उसकी पहचान पहचान गजेंद्र के रूप में हुई। वह राजस्थान के दौसा का रहने वाला है। यह किसान बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल से परेशान था।किसान की मौत के साथ ही इस पर सियासत तेज हो गई है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की तथा इस मामले की जांच के आदेश दिए। किसान की मौत के कुछ देर बाद ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी राम मनोहर लोहिया हस्पताल पहुंच गए । राहुल ने कहा कि वह हमेशा किसानों के साथ है।भाजपा नेता सांबित पात्रा ने कहा कि आज केजरीवाल की सभा में लोकतंत्र अैर मानवता की हत्या हो गई।
सूत्रों के अनुसार, आज मृतक किसान की दो भतीजियों की शादी हाेने वाली है। ऐसा भी बताया जा रहा है कि लोगों ने पत्रकारों को गांव में घुसने से भी रोक दिया है।बताया जाता है कि उसे घर से भी निकाल दिया गया था, इसलिए उसने जंतर-मंतर पर एक पेड़ पर चढ़कर जान देने की कोशिश की थी। जिस समय किसान जान देने की कोशिश कर रहा था, उस समय आप नेता कुमार विश्वास कह रहे थे कि यह दिल्ली पुलिस की पार्टी को बदनाम करने की साजिश है। ऐसा साजिश के तहत कराया जा रहा है।
किसान को देखने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे। उनके साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी हैं। इस दौरान आप नेता धर्मवीर गांधी ने कहा कि हमसे हालात समझने में गलती हुई। हमें रैली वहीं रोक देनी चाहिए थी। कांग्रेस नेता अजय माकन भी किसान को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे हैं।इससे पहले, केजरीवाल ने कहा कि मोदी की सरकार किसान विरोधी है। उनके मुताबिक, मेरी आंखों के सामने वो शख्स पेड़ पर चढ़ा, हम पुलिस से कहते रहे उसे बचा लीजिए। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश अमीरों के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली के किसानों की जमीन बिना उनकी मर्जी के नहीं लेने देंगे।
इससे पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि देश का किसान मुश्किल में है। यह किसान मुआवजा न मिलने के कारण परेशान था। हम इस किसान परिवार की हर संभव मदद करेंगे। सरकार को भी इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए।आप नेता आशीष खेतान ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब किसानों की लड़ाई लड़ेंगे। उनके मुताबिक, कितनी भी रुकावटें आएं, साजिशें रची जाएं जो यात्रा जंतर-मंतर से शुरू हो रही है, वो अंजाम तक पहुंचेगी। मैं देश के सारे किसानों से पूछना चाहता हूं कि अच्छे दिन आ गए क्या?
देश में उद्योग की जरूरत है पर साथ में किसानों की भी जरूरत है। ऐसे विकास का कोई फायदा नहीं, जिसमें किसान की भागीदारी न हो। अगर किसान की जमीन पर देश में कहीं भी किसी की गलत नजर पड़ी तो आम आदमी पार्टी किसान के साथ खड़ी होगी। अब किसानों के हक की लड़ाई केजरीवाल लड़ेंगे।
गोपाल राय ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। आम आदमी दिल्ली में किसानों के हित में काम कर रही है। हमारी पार्टी किसानों के दुख-दर्द समझती है, जबकि दूसरी पार्टियां किसानों के मामले में सिर्फ सियासत कर रही हैं।
भगवंत मान ने कहा कि किसानों के हितों से संबंधित सारे नियमों को हटाकर किसानों का गला घोंटा जा रहा है। उनके मुताबिक, जो रस्सी बैल के गले में घुंघरू बांधने के लिए थी वो अब किसान के गले का फंदा बन गई है।सूत्रों के मुताबिक, रैली को संसद मार्च की इजाजत नहीं दी गई है। इस बीच, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने कहा है कि पुलिस मीडिया को नहीं रोकेगी। इससे पहले कथित तौर पर केजरीवाल के पीए ने पुलिस को निर्देश दिए थे कि मीडिया केजरीवाल तक नहीं पहुंचे।
पार्टी के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव जैसे दिग्गजों को बाहर करने के बाद इस रैली के बहाने पार्टी की कोशिश लोगों तक यह संदेश पहुंचाने की भी होगी कि बागी नेताओं के जाने के बाद पार्टी की ताकत पर कोई असर नहीं पड़ा है। किसान रैली को लेकर मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी नेता कुमार विश्वास ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस दोनों किसानों के मामले में नौटंकी कर रही हैं।
हजारों किसान फसल की बर्बादी से त्रस्त हैं, लेकिन उनके दर्द को जानने वाला कोई नहीं है। वहीं, भूमि अधिग्रहण कानून किसान हितैषी नहीं बल्कि कारपोरेट हितैषी है। हम चाहते हैं जो 2013 में भूमि अधिग्रहण बिल का प्रारूप था, उसे ही लागू किया जाए। केंद्र सरकार ने इसमें कई ऐसे संशोधन किए हैं, जिससे किसानों को फायदा नहीं है। केंद्र की बेरुखी के कारण हमने संसद मार्च करने का फैसला किया है, ताकि सरकार यह न समझे कि किसानों के साथ कोई नहीं है।
यह भूमि अधिग्रहण बिल कुछ नहीं, बल्कि अपने कुछ उद्योगपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने का कदम है। आप नेता कुमार विश्वास ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह छुट्टी व मनोरंजन दौरे से आ गए हैं। अब यह नेता किसानों के कल्याण के बारे में बात कर रहे हैं। उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि हरियाणा में रॉबर्ट वाड्रा को कैसे फायदा पहुंचाया गया केंद्र पर ही निशाना साधते हुए आप प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी किसानों के लिए इस ‘भूमि अधिग्रहण कानून’ के खिलाफ पुरजोर विरोध करेगी।