4 जिला पंचायत सदस्यों को सपा ने दिखाया बाहर का रास्ता

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कन्नौज: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में पार्टी के साथ धोखा देने वाले जिला पंचायत सदस्यों को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने अगले ही दिन बाहर का रास्ता दिया। इसके साथ ही पार्टी अध्यक्ष ने पूर्व ब्लाक प्रमुख व एक वरिष्ठ कार्यकर्ता को भी पार्टी से निकाल दिया।

इस निर्णय की जानकारी पार्टी जिलाध्यक्ष ने दी और कहा कि चुनाव में पार्टी के साथ गद्दारी करने वाले जिला पंचायत सदस्यों और सदस्यों को विरोधी दल के समर्थन में मत देने के लिए मध्यस्थता करने वाले नेता भी जल्द ही पार्टी से बाहर होंगे।

सपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अखिलेश यादव के निर्णय की जानकारी देते हुए पार्टी जिलाध्यक्ष कलीम खां ने पत्रकारवार्ता में बताया कि पार्टी के निर्देशों के विपरीत भितरघात कर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी सुनीता दोहरे के खिलाफ मतदान करने वाले जिला पंचायत सदस्य उर्मिला यादव, मनीष यादव डम्पी, रामप्रकाश शाक्य व नेम सिंह यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इसके साथ ही पूर्व ब्लाक प्रमुख दिगंबर सिंह यादव व वरिष्ठ कार्यकर्ता देवनरायन सिंह यादव (देव दरबार वाले) को भी पार्टी से निकाला गया है।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा और जिन जिला पंचायत सदस्यों ने पार्टी के प्रत्याशी के विरोध में मतदान किया उन्हें भी शीघ्र बाहर निकाला जाएगा। जिलाध्यक्ष ने बताया कि इन सदस्यों को विरोधी दल के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कराने में मध्यस्थता करने वाले पार्टी नेताओं को भी बाहर किया जाएगा।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिन सदस्यों को पार्टी से बाहर किया गया है अगर उनमें से कोई सदस्य अपना पक्ष रखना चाहता है तो वह पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष अपनी बात रख सकता है और प्रदेश अध्यक्ष अगर उसके तथ्यों से संतुष्ट होते हैं, उसे ससम्मान पार्टी में वापस लिया जाएगा। इस मौके पर विधायक अनिल दोहरे, ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव, वीरभान राजपूत, प्रवीण द्विवेदी, राजेश यादव, शरद यादव, इन्द्रेश यादव, संजू कटियार, प्रीतू कटियार व नाजिम खां मौजूद रहे।

दूसरी ओर, जिला पंचायत सदस्य व समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश सचिव रहे मनीष यादव डम्पी ने कहा कि उन्होंने पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार को मत दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें बैलेट नंबर 19 मिला, उसे दिखावा लें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी में चंद उनके विरोधियों ने प्रदेश अध्यक्ष को गुमराह कर पार्टी से निष्कासित कराया है लेकिन इसके बावजूद वह सांसद अखिलेश यादव के लिए जीवन भर काम करते रहेंगे।