कुर्क होगी गिरोह चलाने वाले अपराधियों की संपत्ति

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puliesलखनऊ: सूबे में गिरोह चलाने वाले अपराधियों पर डीजीपी एके जैन की भृकुटी तन गयी है। अपने करीब दो माह के कार्यकाल में उन्होंने अपराधियों पर नकेल कसने की सभी योजनाएं तैयार कर ली हैं।

डीजीपी ने सभी एसपी, डीआइजी रेंज, आइजी जोन के साथ ही जीआरपी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि गिरोह चलाने वाले सक्रिय अपराधियों की नए सिरे से सूची बनाकर उनका गैंग पंजीकृत किया जाए और गैंगस्टर एक्ट के तहत उनकी संपत्ति कुर्क की जाए। लोक व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया जाए। पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था ए. सतीश गणेश ने बताया कि जिले स्तर पर डिस्ट्रिक्ट गैंग (डीगैंग), रेंज स्तर पर इंटर रेंज (आइआर), जोन स्तर पर इंटर जोन (आइजेड) व अन्तरराज्यीय स्तर पर इंटरस्टेट गैंग (आइएस) का नये सिरे से पंजीकरण होगा। इसमें गिरोह चलाने वाले अपराधियों की सूची होगी और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पेशेवर अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने के निर्देश दिए गए हैं। आइजी ने बताया डीजीपी ने अपराध व कानून-व्यवस्था की स्थिति पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विवेचनाओं का समयबद्ध निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करने की हिदायत दी है। इसके लिए अभियान चलाने को कहा गया है। यह अभियान दस फरवरी मंगलवार से शुरू होकर दस मार्च तक चलेगा। इसके बाद समीक्षा की जाएगी।

दो संप्रदाय के बीच विवाद पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश

आइजी ने बताया कि अगर दो संप्रदायों के बीच मामूली विवाद है और उसमें एनसीआर दर्ज है तो भी 24 घंटे के भीतर जांच पूरी कर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सभी उच्चाधिकारियों की जवाबदेही तय की गयी है। वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी पर भी जोर दिया गया है। फरार अभियुक्तों की कुर्की और चोरी व लूट की संपत्ति की शत-प्रतिशत बरामदगी के निर्देश दिए गए हैं।

पुलिस के हमलावरों पर हो सख्ती

डीजीपी ने पुलिस पर हमला करने वालों पर सख्त बरतने की हिदायत दी है। सतीश गणेश ने बताया कि कुछ जिलों में पुलिसिया कार्रवाई के दौरान हमले की जानकारी प्राप्त हुई है। इससे जहां एक ओर पुलिस की छवि धूमिल हुई वहीं पुलिस के मनोबल में भी ह्रास होता है इसलिए ऐसे में मामलों में तत्काल अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।