जम्मू: जम्मू-कश्मीर में पहली बार सरकार बनाने की पुरजोर कोशिश में लगी बीजेपी ने साफ कर दिया है कि राज्य में उसका ही सीएम होगा। आज दिल्ली में बीजेपी नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ उमर अब्दुल्ला की मुलाकात के बाद ऐसे कयास लगने भी शुरू हो गए हैं। अरूण जेटली ने साफ कर दिया कि जम्मू कश्मीर का अगला मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी का ही होगा।
दिल्ली से जम्मू पहुंचे अरुण जेटली ने आज यहां बीजेपी विधायकों के साथ बैठक की। जेटली ने हर विधायक से अलग मिलकर उनकी राय ली। अरुण जेटली के साथ राज्य के प्रभारी राम माधव और केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह भी मौजूद थे। जेटली ने बताया कि विधायक दल के नेता के चयन का जिम्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर छोड़ा गया है।
जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर आज राजनीतिक गहमागहमी और बयानबाजी का दौर जोरों पर रहा। अरुण जेटली ने जहां जम्मू में बीजेपी विधायकों के साथ अलग-अलग बैठक की, वहीं कांग्रेस ने फिर दोहराया कि वो पीडीपी को समर्थन देने को तैयार है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने पीडीपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। अगर पीडीपी या एनसी बीजेपी के साथ सरकार बनाती है तो ये राज्य की जनता के साथ धोखा होगा।
वहीं पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन ने भी बीजेपी को समर्थन देने के संकेत दिए हैं। लोन ने कहा कि बीजेपी के पास ताकत है। हमारी कोशिश है कि राज्य में सरकार का गठन हो और हम इसमें मदद करने की हालत में हैं।
तमाम सियासी बयानबाजियों के बीच की खबर ये भी आई कि नेशनल कांफ्रेंस में टूट हो सकती है। पार्टी के 6 विधायक उमर अब्दुल्ला का साथ छोड़कर पीडीपी में शामिल हो सकते हैं। संभावित टूट को रोकने के लिए उमर दिल्ली से श्रीनगर रवाना हो गए। वहीं खबर ये भी आई कि उमर ने सरकार गठन के मद्देनजर अरुण जेटली और राम माधव से मुलाकात की। हालांकि राम माधव ने मुलाकात की बात को सिरे से खारिज कर दिया।
वहीं बीजेपी-एनसी के बीच गठबंधन की संभावना पर पीडीपी ने कहा कि हम अभी और इंतजार कर रहे हैं ताकि एनसी को दोहरा चरित्र सामने आ सके। साथ ही पीडीपी ने कांग्रेस के साथ जाने की संभावना को भी खारिज कर दिया।