आगरा: आगरा में धर्म परिवर्तन के मामले को लेकर सड़क से संसद तक बवाल मचा हुआ है। इन सबके बीच उन 250 लोगों को कोई नहीं पूछ रहा, जो आरोप है कि प्रलोभन या धोखे में आकर मुस्लिम से हिंदू बन गए। और अब वो न तो हिंदू हुए, और न ही स्थानीय समाज उन्हें मुस्लिम के तौर पर स्वीकार कर रहा है।
इस्लाम के जानकारों की मानें तो वे अब न तो हिंदू हैं और न ही मुसलमान। शाहदरा की बड़ी मस्जिद के इमाम इहिफजुर रहमान ने कहा कि ऐसी स्थिति इसलिए आई क्योंकि उन्होंने पूरी रस्मों से हिंदू धर्म कबूल कर लिया था और बाद में पलट गए थे। ऐसे में उन्हें मुस्लिम धर्म में शामिल होने के लिए पूरी धर्म रस्मअदायगी करनी पड़ेगी। उन्हें न सिर्फ हिंदू बनने के लिए सार्वजनिक शर्मिंदगी जाहिर करनी होगी, बल्कि मुफ्ती के पास जाकर
इस्लाम धर्म कबूलना होगा। गौरतलब है कि इन परिवारों के कथित तौर पर हिंदू धर्म में शामिल होते ही चारो तरफ राजनीति शुरू हो गई। यूपी में राज्य सरकार को सभी विपक्षी दलों ने तो घेरा ही, साथ ही केंद्र सरकार की भी काफी फजीहत हुई। इस मुद्दे पर पिछले 3 दिनों से संसद में गतिरोध बना हुआ है। लेकिन इन सबके बीच वो परिवार खुद को ठगे और असहाय पा रहे हैं, जिनपर ये राजनीति हो रही है।