नोएडा: काली कमाई के जरिए करोड़ों की संपत्ति जुटाने के आरोपों में घिरे नोएडा अथॉरिटी के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह को उत्तरप्रदेश सरकार ने संस्पेड कर दिया है। यादव सिंह एसआईटी जांच के दायरे में आ गए हैं। गौरतलब है कि यादव सिंह के अलग-अलग ठिकानों पर आयकर विभाग के छापों में अरबों की संपत्ति का पता चला था।
यादव सिंह पर करीब 1000 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप चल रहा था। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर यूपी सरकार पर सवाल उठ रहे थे। आखिरकार आईटी विभाग कि रिपोर्ट मिलने के बाद यूपी सरकार ने यादव सिंह के खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को ही सख्त तेवर दिखा दिए थे। अखिलेश ने कहा था कि प्रदेश सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा रहे दागदार अधिकारियों को प्राधिकरण में नहीं रहने दिया जाएगा। आज उन्होंने अपनी बात पर मुहर लगा दी। यादव सिंह के खिलाफ अब विभागीय जांच के साथ ही सतर्कता जांच भी होगी।