फर्रुखाबाद: प्रदेश के बीएड कॉलेजों में खाली पड़ी 55436 सीटें भरने की उम्मीद खत्म हो गई है। एक निजी कॉलेज की याचिका पर हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने फैसला सुनाते हुए खाली सीटें भरने की स्वीकृति नहीं दी। याचिका खारिज होने से सीएसजेएमयू से संबद्ध बीएड कॉलेजों में खाली 10 हजार सीटों को भरने की उम्मीद भी खत्म हो गई है।
हाईकोर्ट के फैसले के बाद अब कॉलेज प्रबंधक खाली सीटों पर प्रवेश की अनुमति लेने को शासन से निवेदन करेंगे क्योंकि शासन की पहल पर ही अक्टूबर में दूसरी काउंसलिंग कराई जा सकी थी। इस साल फर्रुखाबाद समेत प्रदेश में कई बीएड कॉलेज ऐसे हैं जिनमें सीटें भरने का आकड़ा 10 तक भी नहीं पहुंच पाया है। पिछले साल शासन ने खाली सीटें भरने के लिए कॉलेजों को स्वीकृति दे दी थी। कॉलेजों ने विज्ञापन निकालकर उन छात्रों को प्रवेश दिया था जो प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे। इस बार भी शासन से अनुमति मांगी जाएगी।
बीएड प्रवेश प्रक्रिया एक नजर में
-2,34,674 छात्रों ने बीएड में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था
-2,14,103 छात्र प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे
-1,70,000 छात्र काउंसलिंग में शामिल हुए थे
-पहली काउंसलिंग में 66320 छात्रों को कॉलेज आवंटित किए गए
-दूसरी काउंसलिंग में 23376 छात्रों को कॉलेज आवंटित किए गए
-प्रवेश प्रक्रिया खत्म होने के बाद 55436 सीटें खाली
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