फर्रुखाबाद: प्रायमरी स्कूल की एक शिक्षिका को समय से पहले स्कूल बंद करना भारी पढ़ गया| स्कूल के निरीक्षण पर पहुंचे डीपीआरओ को शिक्षिका वाहन का इन्तजार करती सड़क पर खड़ी मिली| जबकि स्कूल में ताला लटकता हुआ मिला| डीपीआरओ की रिपोर्ट पर बीएसए ने शिक्षिका के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए|
जिलाधिकारी के आदेश पर जिला पंचायत राज अधिकारी ग्रीश चन्द्र ने मगलवार को राजेपुर ब्लॉक के कई स्कूलों का निरीक्षण किया| निरिक्षण के दौरान तीन स्कूल बंद मिले, जबकि एक स्कूल में तीन शिक्षिकाएं ही बैठी मिली| डीपीआरओ सबसे पहले प्रायमरी स्कूल कुइयां पहुंचे| जहाँ बच्चे तो थे लेकिन शिक्षक कोई नहीं था| मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि इंचार्ज प्रधानाध्यापिका बैंक के काम की कहकर गई हैं| प्रायमरी स्कूल महेश नगर भी बंद मिला| यहाँ की एक शिक्षिका दीपशिखा वर्मा पिछले तीन साल से गैर हाजिर रहीं हैं| शिक्षिका के खिलाफ बेसिक शिक्षा विभाग सस्पेंशन की कार्रवाई करने के साथ ही कई बार बर्खास्तगी के नोटिस जारी कर चुका है| लेकिन वह स्कूल नहीं आ रही हैं| साथ ही स्कूल की प्रधानाध्यापिका भी स्कूल में नहीं मिलीं| जूनियर स्कूल महेशनगर में तीन शिक्षिकाएं स्कूल में बैठी थी लेकिन एक भी छात्र नहीं था| डीपीआरओ के पूछने पर शिक्षिकाओं ने बताया कि बच्चे आते ही नहीं हैं| तीन बच्चे आए थे, अब उनको क्या पढ़ाते? इसलिए घर भेज दिया| डीपीआरओ ने अपनी निरीक्षण रिपोर्ट बीएसए योगराज सिंह को सौंप दी है| बीएसए ने डेढ़ बजे ही स्कूल बंद कर घर चली जाने वाली शिक्षिका विनीता कटियार को निलंबित और अन्य सभी शिक्षिकाओं के आरोप के क्रम में वेतन, वेतन वृद्धि और प्रोन्नति रोकने की कार्रवाई करते हुए जबाब तलब किया है|