फर्रुखाबाद: गंगा की गोद में तो वैसे सभी कुछ समा जाता है लेकिन इसका मतलब यह तो नही की उस पवित्र गोद को ही हम इतना गंदा कर दे की शर्म के कारण उससे मुंह फेरना पड़े| आज गंगा का जल पीने के काबिल ही नही रहा है| जिसका जिम्मेदार हम सभी है तो है इसके साथ साथ समाज को गलत कार्य करने से रोकने वाली पुलिस भी इसमे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है|लावारिश लाशो को गंगा की गोद में फेंक कर| जिससे उसका जल और अधिक गंदा होता जा रहा है| जेएनआई ने तस्वीर सहित पुलिस की करतूत प्रकाशित की थी| जिसमे पुलिस के द्वारा किस तरह से लावारिश लाशो को गंगा के किनारे गड्डा खोद कर दबाया जा रहा था|
खबर के प्रकाशन के बाद जनपद के गंगा भक्तो व सामाजिक संगठनो में उबाल आ गया है सभी ने प्रशासन को इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है| और कहा है की यदि लाशे गंगा के किनारे दबाना व जल में प्रभावित करने पर रोक नही लगी तो संगठन सड़को पर उतरेगे|
1.व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री व भाजपा नेता अरुण प्रकाश तिवारी(ददुआ) ने कहा है कि जिलाधिकारी को उन पुलिस कर्मियों को पहले सजा देनी चाहिए जो गंगा में लाशे डाल कर प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे है| जिस तरह जनता के कुछ लोगो के द्वारा गणेश प्रतिमाओ को धोके से गंगा में प्रवाहित कर दिया था तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज तो किया ही साथ ही साथ उन पर मुकदमा दर्ज कर लिया| तो क्या कानून के जनता के लिए है? खाकी के लिए कोई कानून नही| यदि रोक नही लगी तो आदोलन छेड़ा जायेगा|
2. फर्रुखाबाद विकास मंच के अध्यक्ष मोहन अग्रवाल ने सख्त लहजे में प्रशासन को चेतावनी दी है की जब पुलिस को लावारिश लाशो के अंतिम संस्कार के लिए पैसा मिलता है तो वह फिर इसे खर्च क्यों नही करती| उन्होंने कहा की जो अधिकारी लाशो का पैसा खा जाते है वह किस मानसिकता के होंगे| श्री अग्रवाल ने कहा है की वह इस सम्बन्ध में जल्द मंच की बैठक बुलाकर कोई ठोस निर्णय लेगे और जिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया जायेगा|
सर्वोदय मण्डल के नेता गोपालबाबू पुरवार ने कहा है की गंगा सभी की है इस लिए इस मामले में सभी संगठनो को एक साथ आवाज उठानी होगी| गंगा को अबिरल निर्मल बनाने के लिए संगठन ईट से ईट बजा देगा| उन्होंने प्रशासन व पुलिस को चेताते हुए कहा है की सामाजिक व क़ानूनी नजरिये से लाशो का अंतिम संस्कार धर्म के अनुसार होना चाहिए| जो हिन्दू है उसको गंगा के किनारे अंतिम संस्कार करना चाहिए और जो मुस्लिम है उन्हें किसी कब्रिस्तान में दफनाना चाहिए| श्री पुरवार ने बताया की वह अपने प्रतिनिधि मण्डल के साथ जिलाधिकारी से भेट कर लावारिस लाशो को गंगा में फेकने व उसके किनारे बालू में दबाने पर रोक लगाये जाने की मांग करेगे और यदि कार्यवाही नही हुई तो आन्दोलन भी होगा|
4.हिन्दू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा ने बताया की संगठन पहले भी कई बार गंगा को लेकर अभियान चला चूका है| और इस बार भी वह पुलिस व प्रशासन से गंगा को निर्मल करने के लिए लोहा लेगा| श्री मिश्रा ने भी कहा है की वह प्रशासन से मिलाकर पुलिस द्वारा लाशे गंगा में डालने व किनारे पर केबल दो फुट गहरे में दबा देने पर पूर्ण रोक लगाने की मांग करेगे| व गंगा के किनारे की गंदगी (मल) को भी साफ कराने की मांग रखेगे|
5. व्यापारी नेता बंटी सरदार ने कहा है की क्या पुलिस के लिए नया कानून है हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते है लेकिन क्या पुलिस के लिए कोई कानून नही| इन्हे लाशो को गंगा में दफनाने की इजाजत किसने दे दी| दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए|
6. हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष राघव दत्त मिश्रा ने कहा है की प्रशासन एक बार नही कई बार के अन्दोलानो के बाद भी केबल भरोसे के घुट्टी पिला देता है| इस बार पुलिस के द्वारा लावारिश लाशो को गंगा में फेंकने व किनारे पर बालू में दबा देने का मामला प्रकाश में आया है प्रशासन को इस पर तो कोई प्लान नही बनाना है केबल जिस तरह से जनता को मूर्ति बिसर्जन के लिए रोकने की कोशिस की थी वही कोशिश पुलिस के साथ करनी है| इस पर रोक लगनी चाहिए| जिससे गंगा को अबिरल व निर्मल बनाया जा सके|