नई दिल्ली: अमेरिका पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वॉल स्ट्रीट जरनल अखबार में एक लेख लिखा है। मोदी ने लिखा है कि भारत में बदलाव की एक ऊंची लहर उठी है। इस साल मई में पूरे भारत में राजनीतिक स्थिरता, अच्छी सरकार और विकास के नाम पर वोट डाला। 30 साल में भारत में पहली बार लोकसभा में बहुमत की सरकार बनी है।
मोदी ने अपने लेख में आगे लिखा है कि 80 करोड़ लोग इस देश में 35 साल से नीचे है। भारत इस वक्त आत्मविश्वास से लबरेज है। भारत की युवा शक्ति, ऊर्जा और आत्मविश्वास ही भारत की सबसे बड़ी शक्ति है। हम आपको बताना चाहते हैं कि हमारी सरकार सभी गैर जरुरी कानूनों, नियमों और लालफीता शाही को खत्म करने का काम करेगी। हम ये कोशिश करेंगे कि सरकार ज्यादा पारदर्शी और उत्तरदायी हो। हम देश में विश्वस्तरीय इंफ्रास्कचर तैयार करना चाहते है। जिसकी भारत को सख्त जरुरत है। इसी के जरिए हमारा देश विकास की रफ्तार को पकड़ पायेगा।
मोदी अपने लेख में आगे लिखते हैं कि हम अपने शहरों गांवों को ऐसा तैयार करेंगे कि वहां रहना सुगम हो और वो देश की तरक्की में भागीदार बने। हम भारत को उत्पादन का केंद्र बनाना चाहते हैं। हम सबके लिए 2019 तक टॉयलेट बनाना चाहता हैं। जबकि हमारी कोशिश है कि 2022 तक सबके सिर पर छत हो, मुझे पूरा यकीन है कि हमारा देश ऐसा कर पाएगा। मुझे ये भरोसा देश के उन तमाम लोगों की असाधारण कहानियों को सुनकर आता है जिन्हें मैंने बरसों देश भर की यात्रा के दौरान सुनी है। मुझे पूरा यकीन है कि तकनीक, गुड गवर्नेंस, लोगों के सशक्तिकरण के जरिए हम लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। 10 साल के भीतर 4 करोड़ मोबाइल वाले हमारे देश में अब 90 करोड़ मोबाइल हो गए हैं।
मोदी ने लिखा, हमारा देश स्मार्ट फोन के लिए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। जब मैं कंम्प्यूटर की ताकत और उसकी स्टोरेज क्षमता के बारे में सोचता हूं तो पाता हूं कि 20 साल में ये तेजी से बदला, अब मुझे पूरा यकीन है कि ये प्रयोग पारंपरिक एनर्जी में भी किया जा सकता है, सौर ऊर्जा के जरिए हजारों भारतीय गांवों में लोगों को आसानी से बिजली मिल सकेगी और वो किसी पावर प्लांट का इंतजार नहीं करेंगे।
भारत अपने अंतरराष्ट्रीय दोस्तों के साथ पार्टनरशीप जारी रखेगा और नए दोस्त भी ढूंढेगा। इतिहास गवाह है हम दुनिया के सामने हमेशा बांहे फैलाए खड़े रहते हैं। भारत हमेशा व्यापार, विचार, अनुसंधान, प्रयोग और पर्यटन के लिए खुला है, यहां आपको दोस्ती भरा माहौल मिलेगा। आपको ये बदलाव भारत जाने से पहले ही महसूस होने लगेगा। अमेरिका हमारा नैसर्गिक दोस्त है। अमेरिका में भारतीय समुदाय इसका जीता जागता उदाहरण है। पढ़ाई में, आविष्कार में, अमेरिका भारत को हमेशा प्रोत्साहित करता रहता है। भारत और अमेरिका की कामयाबी एक दूसरे की कामयाबी से बंधी हुई है। हमारी पार्टनरशिप एशिया और प्रशांत क्षेत्र की शांति और विकास के लिए बहुत जरुरी है। आतंकवाद और अतिवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। मुझे पूरा यकीन है कि दोनों देशों का लोकतंत्र हमे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा।