फर्रुखाबाद: एएनएम के यौन उत्पीड़न के मामले में महिला आयोग की सदस्या ने आरोपी डाक्टर और उनके सहयोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने का आदेश दिया है| महिला आयोग की सदस्य अर्चना राठौर ने बुधवार को निरीक्षण भवन में महिला उत्पीड़न के मामलों की समीक्षा की।
इस दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फैजबाग पर तैनात रही एएनएम ने उपस्थित हो कर आप बीती सुनाई। उसने बताया कि डॉ प्रभात कुमार गलत इरादों से चैंबर व आवास पर अकेले में बुलाते थे और उनकी बात न मानने पर दूर-दराज के क्षेत्र में तैनाती की धमकी देते थे। पीएचसी पर तैनात अन्य महिला कर्मी भी डाक्टर के उत्पीड़न से त्रस्त हैं। इस मामले में उनका सहयोगी धर्मेद्र महिलाओं को डरा-धमका कर या बहला फुसला कर डाक्टर के आवास तक ले जाता है। विगत 6 जून को डीएम से शिकायत की गयी थी। इसकी जांच महिला एसओ अर्चना गौतम ने की थी। उन्होंने शिकायतों की पुष्टि के साथ ही डॉ प्रभात कुमार व धर्मेद्र के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की थी। इसके बावजूद जाच के तीन माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टे सीएमओ ने समझौते के लिए दबाव बनाया और बात न मानने पर पीड़िता को ही निलंबित कर दिया। अर्चना राठौर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम एनकेएस चौहान से वार्ता के बाद पत्रकारों को बताया कि डाक्टर व उसके सहयोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जायेगी और एएनएम को बहाल किया जायेगा। सीएमओ डा. राकेश कुमार ने बताया कि शिकायत मिली थी। डा. प्रभात व धर्मेद्र का स्थानांतरण कर दिया गया था। जांच अधिकारी एसीएमओ डा.राजवीर सिंह की रिपोर्ट पर एएनएम को निलंबित किया गया।