फर्रुखाबाद:सार्वजनिक वितरण प्रणाली हो या मध्यान भोजन का अनाज जिसमे जनपद स्तर पर लाखो का बंदर बाँट ना जाने कब से चल रहा है| जिससे गरीब बच्चो के निबाले पर पर भी राशन माफिया अपना हिस्सा लेना नही भूलते| वह कहावत है “सैया भैये कोतवाल अब डर कहेका”| यह कहावत राशन गोदाम के अधिकारियो पर सटीक बैठती है| गोदाम का एक बड़ा अधिकारी सपा के एक बड़े नेता का रिश्तेदार बताया गया है| सत्ता की हनक के आगे कोई कुछ बोलने को तैयार नही होता और एक बड़े रशान घोटाले को बड़े आराम से अमलीजामा पहनाया जाता है| राशान के बोरो ए वजन कुछ होता है और लेने वाले के बोरे में निकलता कई किलो कम है| जेएनआई टीम ने सातनपुर की राशन गोदाम का निरिक्षण तब किया जब परिषदीय विधालयो को मिडडे मील का राशन वितरण होरहा था| निरिक्षण में जो देखा वह चौकाने वाला था| गोदाम के कई बोरो का जब वजन कराया गया तो बोरो में निर्धारित मानक से कई किलो राशन कम था|
दरअसल जादातर राशन लेकर जाने वाले शिक्षक इस बात से परेशान दिखे की उन्हें तौल कर राशन का बोरा नहीं दिया जाता है अगर तौला भी जाता है तो बिना मोहर आधे अधूरे बाँटो से वजन तौल दिया जाता है| आधे अधूरे राशन को तौलने के बाद भी प्राईवेट कर्मियों को दस रुपये कुंटल के हिसाब से भुगतान शिक्षको को अपनी जेब से देना पड़ता है|
जनपद में मिडडे मील घोटाले को लेकर फिर एक बार राशन माफिया सक्रिय हो गये है| यंहा तक की पूर्व में डीएम रह चुके सच्चीदानंद दुबे तो मैनपुरी के मिडडे मील घोटाले में जेल की हवा भी खा चुके है| जब अध्यापको को राशन कम मिलता है और विभाग को भुगतान पूरा देना पड़ता है| इस बात को शिक्षको में रोष है|
अध्यापको की इस समस्या को देखकर तत्कालीन जिलाधिकारी पवन कुमार ने हर व्लाक में एक एक लेखाकार की नियुक्ति करायी थी| जो गोदाम से जाने वाले मिडडे मील के राशन पर नजर रखेगा| मजे की बात है की जादातर लेखाकार भी गोदामों पर नही जा रहे है | या यू कहिये की वह भी अपना हिस्सा लेकर बैठ गये|
देखिये इतनी बड़े पैमाने पर हो रही घपलेवाजी में जिम्मेदारो ने क्या कहा …………………
जिला पूर्ति अधिकारी हिमाशु द्विवेदी ने कहा मिडडे मील उनके अधिकार क्षेत्र में नही आता| लेकिन सातनपुर की राशन गोदाम जंहा हर बोरे में राशन की कमी पायी जाती है| इस पर उन्होंने कहा की कोई कोटेदार घटतौली की शिकायत करेगा तो कार्यवाही की जाएगी| अपर आरएमओ ने बताया की बेसिक शिक्षा की तरफ से एक कर्मचारी नियुक्त किया गया था जो शिक्षको को दिये जाने वाले राशन पर नजर रखता है| उन्होंने कहा गोदाम में मौजूद राशन के बोरो को तौल कर देने के लिए कर्मचरियों को शख्त निर्देश दिये जायेगे|