मुंबई: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने स्वीकार किया कि मोदी लहर धीरे-धीरे कमजोर पड़ रही है। हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद विरोधियों का कहना था कि देशभर में मोदी लहर कमजोर पड़ गई है।
पहले तो भाजपा ने इसे सियासी बयान बताकर झुठला दिया पर अब पार्टी अध्यक्ष खुद इसे स्वीकार कर रहे हैं। मुंबई दौरे पर गए अमित शाह ने पार्टी की महाराष्ट्र इकाई को निर्देश दिया कि वह पार्टी के चुनाव अभियान को पूरी तरह से नरेंद्र मोदी के करिश्मे पर केन्द्रित न रखें बल्कि सत्तारूढ़ कांग्रेस-राकांपा के 15 सालों के कुशासन को जनता के सामने बेनकाब करें।
राज्य का दौरा करने को कहा भाजपा कोर कमेटी की बैठक में
शाह ने इशारे इशारे में कहा कि जिस मोदी लहर के दम पर पार्टी ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 23 पर जीत हासिल की, वह अब कमजोर हो रही है। जनता की सोच समय-समय पर बदलती रहती है। उन्होंने कोर कमेटी के सदस्यों को अगले दो हफ्ते तक पूरे राज्य का दौरा करने को कहा ताकि कांग्रेस और एनसीपी के खिलाफ माहौल बनाया जा सके।
कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया
मोदी लहर पर अमित शाह की इस प्रतिक्रिया ने एक बार फिर विपक्षियों को भाजपा पर निशाना साधने का मौका दे दिया है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी का कहना है कि अमित शाह को मालूम है कि अगर वे मोदी सरकार के 100 दिन के कामकाज के दम पर वोट मागेंगे तो उनकी पार्टी हार जाएगी।
राकांपा नेता तारिक अनवर ने कहा, “विधानसभा उपचुनाव ने साबित कर दिया है कि भाजपा सिर्फ मोदी के नाम पर चुनाव नहीं जीत सकती। शाह की यह टिप्पणी तथ्यों पर आधारित है। नतीजों ने यह भी साबित कर दिया है कि अगर धर्मनिरपेक्ष पार्टियां साथ आ जाएं तो सांप्रदायिक ताकतों को रोका जा सकता है।”