फर्रुखाबाद: पुलिस के सिर दर्द में नवरत्न तेल का काम कल्लू की मौत ने किया| हिस्ट्रीशीटर कल्लू पाल को पकड़ने में पुलिस कई बार असफल प्रयास कर चुकी थी| हर बार कल्लू खाकी को चकमा देकर निकल जाता था| बाद में पुलिस उसके नाम से अपराध रजिस्टर में घारा व मुकदमे बढ़ती रहती थी| शातिर कल्लू पर शहर कोतवली क्षेत्र में ही हत्या के प्रयास के कई मामलो सहित एक दर्जन मुकदमे दर्ज थे|
वर्तमान में जेल की हवा खा रहे शातिर कुंदन यादव का साथी कल्लू को फायर कर दहशत फ़ैलाने का शौक था वह अपनी दहशत कायम करने का पूरा प्रयास कर रहा था| इसी प्रयास ने उसे कल्लू पाल से हिस्ट्रीशीटर कल्लू पाल बना दिया था| शहर कोतवाली पुलिस के कई बार हांथो में आ कर कल्लू चकमा देकर फरार हो जाता था|
कोतवाली पुलिस ने कल्लू के खिलाफ
1. 25 आर्म्स एक्ट
2.धारा 414/411
3.धारा 147/148/307/ 7 क्रिमिनल ला एक्ट
4.धारा 307/7 क्रिमिनल ला एक्ट
5.धारा 336/147/ 7 क्रिमिनल ला एक्ट
6.धारा 147/323/506/336
7.धारा 147/148/307/7 क्रिमिनल ला एक्ट
8.धारा 448/506
9.307/504/506/7 क्रिमिनल ला एक्ट
10.धारा एनडीपी एस के साथ साथ कुल एक दर्ज अपराधिक मुकदमे कल्लू के सर पर थे|