फर्रुखाबाद: बीते 17 अगस्त की सुबह अधिक्कता विवेक यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी| जिसमे पुलिस ने मृतक अधिवक्ता के नौकर व उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है| जीआरपी के अनुसार नौकर ने विवेक की हत्या सुपारी देकर करायी थी| लेकिन पुलिस का यह खुलासा गले नही उतरा है और कई सबालिया निशान खड़े कर रहा है|
घटना के समय फतेहगढ़ नगर के रेलवे स्टेशन पर सुबह सुबह टहलने के लिए निकले स्व अधिवक्ता जसवंत सिंह के वकील पुत्र विवेक यादव की पेट में सटाकर गोली मार दी गयी थी| घायल विवेक को आसपास के लोगो ने तत्काल डॉ हरिदत्त द्विवेदी के नर्सिंग होम में पहुचाया मगर तब तक अत्यधिक रक्तस्राव के कारण विवेक यादव की मौत हो चुकी थी|
मौके पर विवेक के साथ रहे उनके नौकर सुनील ने बताया कि घटना के समय विवेक प्लेटफॉर्म पर मेडिकल स्टोर स्वामी रवि दुबे से बात कर रहे थे| उसी समय एक लम्बे कद का युवक आया और गोली मार कर पूर्वी क्रासिंग की तरफ भाग गया| घटना के समय [पुलिस ने नौकर सुनील को हिरासत में ले लिया था और उससे अपने ढंग से पूंछताछ कर रही थी|
घटना के सम्बन्ध में जीआरपी थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया था| जिसके चलते जीआरपी ने शुक्रवार को घटना का खुलासा किया| पुलिस के अनुसार सुनील को अधिवक्ता बहुत प्रताड़ित करते थे| सुनील जुंए में विवेक का एक लाख रूपये भी हार गया था| अधिवक्ता उसे घर तक नही जाने देते थे| इन सब बातो से परेशान होकर नौकर सुनील ने विवेक को रास्ते से हटाने की योजना बनायी और अपने मित्र नगलादीना निवासी शक्ति सिंह को विवेक की हत्या की सुपारी दी और विवेक थल रहा था उसी दौरान अकेला देखकर शक्ति सिंह ने विवेक के गोली जिस्म में उतार दी और कुछ समय के बाद उनकी मौत हो गयी| पुलिस का यह खुलासा गले नही उतरा है|