नरेन्द्र सरीन स्कूल की गोदाम में फिर किताबो के गोलमाल की तैयारी!

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beshik shikshaa book bsaफर्रुखाबाद:बेसिक शिक्षा विभाग के भ्रष्टाचार का अड्डा बना फतेहगढ़ स्थित नरेन्द्र सरीन विधालय में एक बार फिर से नये सत्र की किताबो के बन्दर बाँट की तैयारी शुरू हो रही है| परीक्षा सर पर आ गयी है और अभी तक नगर क्षेत्र के अलावा अन्य व्लाको में भी किताबो के बितरण में खेल की पुनरावर्ती चल रही है| बीते दिनों ही नरेन्द्र सरीन विधालय में पांच कमरों में बंद पुरानी किताबो के सम्बन्ध में जब जेएनआई में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गयी तो मुख्य विकास अधिकारी ने पुरानी किताबो का जखीरा पकड़ा था जिसमे जाँच चल रही है| वही किताबो नये सत्र 14-15 की किताबे अभी तक विभाग ने वितरित नही कर पाई है| जब की अगले महीने में परीक्षा होनी है|
अपनी लापरवाही के लिए जाना जाने बाला बेसिक शिक्षा विभाग फ़िलहाल जिलाधिकारी के आदेश पर को भी संज्ञान में नही ले रहा| तेजतर्रार छवि बाले डीएम नरेन्द्र कुमार चौहान की लगन व मेहनत के चलते जिले की प्रशासनिक मशीनरी में काफी कुछ सुधरा है नही सुधरा है तो केबल बेसिक शिक्षा विभाग|
आला अधिकारियो की कार्यवाही से बेखौफ विभाग बच्चों के भविष्य से ही खिलबाड़ करने से नही चुक रहा है| जुलाई में ही विधालय खुल चुके है बच्चों को जुलाई माह में ही किताबो के वितरण के आदेश थे| लेकिन यैसा नही हुआ नरेन्द्र सरीन स्कूल में तीन कमरों में सत्र 14-15 की नई किताबो का जखीरा भरा है| जिन्हें नौनिहालों के हाथो में नही दिया गया| जबकि परीक्षा अगले माह सितम्बर में ही होनी है| जनपद के परिषदीय स्कुलो में भी यही आलाम है जब किताबे ही नही बांटी जा सकी तो फिर परीक्षा किस आधार पर करायी जायेगी?
इस सम्बन्ध में नगर शिक्षा आधिकारी अनिल शर्मा ने अपनी सफाई देते हुए कहा है की 90 प्रतिशत पुस्तको का वितरण किया जा चुका है केबल मान्यता प्राप्त स्कुलो में ही किताबो का वितरण होना है जो जल्द पूरा करा दिया जायेगा|
उर्दू की किताबो के नाम पर भी लाखो का खेल!
जनपद परिषदीय विधालयो में उर्दू के बच्चों बकी संख्या केबल नाम मात्र की ही है इसके बाद भी हर वर्ष किताबो का बितरण किताबो में ही हो जाता है| खबर है की इस वर्ष भी उर्दू किताबो को मंगाया गया है|