नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस के दिन दिल्ली के लाल किले से दिया जाने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण ‘कौशल आधार’ पर केंद्रित हो सकता है। इसके साथ ही एक नए विभाग जिसमें ‘कौशल विकास’ पर जोर दिया जाएगा का निर्माण किया जा सकता है। इस विभाग को मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के अंतर्गत रखने की उम्मीद है। मोदी जी जब प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे और सितंबर 2013 में छत्तीसगढ़ की एक रैली को संबोधित कर रहे थे तो उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए थे।
इस संबंध में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा नोडल अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए है। अधिकारियों ने बताया कि हमसे जानकारी मांगी गई है कि विकास कार्यों को किस प्रकार से तेजी से पूरा किया जा सकता है। विकास कार्य किसी भी मंत्रालय से जुड़ा हो उसे जल्द पूरा करने और इस संबंध में जानकारी देने का आदेश है।
‘कौशल विकास’ को बढ़ावा देने का काम 21 मंत्रालयों द्वारा नियंत्रित होगा। इसी तर्ज पर गंगा सफाई अभियान को तीन मंत्रालयों द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। ‘कौशल विकास’ का कार्य पहले खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आता था और इसे मंत्री सरबानंदा सोनोवाल देख रहे थे। गंगा की साफाई का कार्य जल एंव संसाधन मंत्री उमा भारती देख रही हैं। इन दोनों कार्यों की गति पर प्रधानमंत्री कार्यालय की सीधी नजर होगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 14 अगस्त की बैठक में इन कार्यों को पूरा करने के लिए एक डेडलाइन दी जाएगी। इस बात की झलक आपको 15 अगस्त के भाषण में देखने को मिलेगी। लेकिन अभी इस बात को लेकर स्थिति साफ नहीं है कि गंगा से संबंधित कार्यक्रमों को किस मंत्रालय द्वारा और किस तरीके से अंजाम दिया जाएगा। यह भी संभव है कि इसके लिए भी एक अलग मंत्रालय बने और उसे उमा भारती के अंतर्गत ही रखा जाए। प्रधानमंत्री कार्यालय से उन मंत्रियों को जो इससे जुड़े है उन्हें 15 अगस्त के पहले यह बताने के लिए कहा गया है कि वह गंगा सफाई कार्यक्रम को कब तक पूरा कर लेंगे। अधिकारियों का कहना है कि गंगा सफाई प्लान की शुरुआत इस वर्ष के अंत तक हो सकती है।