फर्रुखाबाद: अब माननीय हाईटेक हो गए हैं। वह सार्वजनिक परिवहन वाहनों का प्रयोग यात्रा के लिए नहीं करते। जनपद के सांसद हो या विधायक सभी के पास है लक्जरी वाहन। हम बात कर रहे हैं परिवहन निगम के बसों में माननीय यानि कि सांसद या विधायक के यात्रा करने की।
खुला खेल फ़र्रुखाबादी वाला फर्रुखाबाद अपने आलू के लिए पहचाना जाता है| इस जनपद में जन प्रतिनिधि लक्जरी वाहनों में चलते है। उनके द्वारा पिछले एक दशक से रोडवेज की बसों में यात्रा नहीं किया गया है। यहां तक दो को छोड़कर भूतपूर्व सांसद व विधायक तक ने यात्रा करने की जहमत नहीं उठाई। जनपद की लाइफ-लाइन कहे जाने वाले रोडवेज की बसों से अमूमन सभी वर्ग के लोग यात्रा करते हैं। जन प्रतिनिधि चुनाव से पहले या चुनाव के बाद हर समय महंगे वाहनों में ही यात्रा करते नजर आते हैं।
महंगी गाडि़यों के काफिले में चलना स्टेटस सिंबल
रोडवेज़ में सफर करने वाले माननीयों में केवल पूर्व विधायक सुशील शाक्य ही चलते नजर आते है| यदा कदा पूर्व विधायक महरम सिंह भी बसो से यात्रा करते मिल जायेंगे मगर वर्तमान विधायको में से कोई बसो में सफर करते नहीं मिलता| अब तो चमचमाते वाहनों में चलना जन प्रतिनिधियों का स्टेटस सिंबल बन गया है। अमूमन सभी छोटे से लेकर बड़े नेता अपने पूरे काफिले के साथ चलना पसंद करते हैं।
खस्ताहाल बसें भी कारण
जनपद में संचालित फर्रुखाबाद डिपो से करीब 85 से अधिक बसों का संचालन होता है। अधिकांश में शेषे बजते है और बरसात होने पर भीगा जाने का खतरा बना रहता है| रख-रखाव की कमी के कारण इन बसों में यात्रा करना काफी दूभर है।
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