फरीदाबाद: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद के सूरजकुंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाठशाला शुरू हो गई। नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन सत्र के दौरान 150 भाजपा के नए सांसदों को गुड गवर्नेस का मंत्र दिया। इसके साथ ही संवाद की महत्ता समझाई। इसमें सांसदों के आपसी संवाद, विभाग के संवाद, जनता से संवाद, मीडिया से संवाद और सोशल मीडिया पर संवाद के कई गुर बताए। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला किया और कहा कि लोगों से संवाद टूटने और उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होने के कारण ही यह स्थिति हुई है। उन्होंने कहा कि जनता की समस्या को समझते हुए उसे दूर करने की जरूरत है। इसके साथ ही मोदी ने सांसदों को संसद के नियमों को धर्म की तरह निभाने की सलाह दी। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सब मिलकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को दुनिया का सबसे बेहतर लोकतंत्र बना सकते हैं।
पार्टी के नए सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी सांसदों को एक-दूसरे के संपर्क में रहना चाहिए और सभी के पास एक-दूसरे के मोबाइल नंबर जरूर होने चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सांसद अपने आचार, विचार और व्यवहार का ध्यान रखें। पीएम ने कहा कि सांसदों और पार्टी नेताओं को बयानों से दूर होकर अपने काम पर फोकस करना होगा। उन्होंने कहा कि मैं भी पहली बार जीता हूं, मैं भी नया हूं, मुझे भी अपने सीनियर्स से सीखना है, आप भी उनके अनुभव का लाभ लें, भाई-भतीजावाद और करप्शन सबसे गंभीर समस्या है इससे सबको दूर रहना होगा।
नए सांसदों को मोदी की नसीहत
प्रधानमंत्री ने नए सांसदों लोगों की परेशानियों को दूर करने, राष्ट्रीय मुद्दों पर समझ के साथ बोलने, सत्ता पक्ष का होने की जिम्मेदारी समझने, मीडिया में हर मुद्दे पर बेवजह न बोलने, अपने क्षेत्र की समस्याएं सुलझाने, समस्याओं पर स्थानीय प्रशासन की मदद लेने और संसद में पूरी तैयारी के साथ आने की नसीहत दी।
गौरतलब है कि सूरजकुंड में शनिवार सुबह से शुरू हुई मोदी पाठशाला में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए सांसद संसद की गरिमा बनाए रखने का पाठ सीख रहे हैं। रविवार शाम पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी नए सांसदों के प्रशिक्षण शिविर का समापन करेंगे।
प्रशिक्षण शिविर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री व पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू सहित कुछ संसद की कार्यवाही के विशेषज्ञ वक्ता भी नए सांसदों का मार्गदर्शन करेंगे। इस तरह का प्रशिक्षण शिविर या अभ्यास वर्ग पार्टी के लिए नया नहीं है। पार्टी संगठन स्तर पर इस तरह के शिविर इसलिए भी आयोजित करती है कि जो जिम्मेदारी जनता ने प्रतिनिधियों दी है उसका सही तरीके से निर्वाह हो सके।[bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]