फर्रुखाबाद: जिला योजना में प्रस्ताव शामिल न होने पर नियोजन समिति के सदस्यों ने पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता की जमकर फजीहत की। सदस्यों ने हैंडपंपों की मांग रखी और कृषि विभाग के बंद पड़े बीज भंडारों को दोबारा चालू किए जाने पर जोर दिया। बीआरजीएफ की धनराशि केवल लोहिया ग्रामों को दिए जाने पर भी आपत्ति की गयी। अनुश्रवण समिति की बैठक में 96.11 करोड़ की जिला योजना अनुमोदित कर दी गयी। अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत अध्यक्ष तहेसीन सिद्दीकी ने कहा कि अधिकारियों को अगर पैसा ही पैदा करना है तो दूकान खोल लें| बड़े पद पैसा पैदा करने के लिए नहीं होते|
जिले के प्रभारी मंत्री शिव कुमार बेरिया की अध्यक्षता कलक्ट्रेट में हुई नियोजन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक के दौरान समिति के सदस्यों ने उनके द्वारा प्रस्तावित मार्गो को योजना में शामिल न किए जाने पर आपत्ति दर्ज करायी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया और अधिशासी अभियंता से नोकझोंक भी की। सदस्यों ने उनकी संस्तुति पर हैंडपंप लगाये जाने की मांग की। क्षेत्र में बंद पड़े आधा दर्जन बीज भंडार केंद्रों को चालू करने की मांग रखी गयी।
जिलाधिकारी ने सभी सदस्यों को संतुष्ट करते हुए कहा कि जिला योजना बनाते समय विभिन्न नियमों को ध्यान में रखने की बाध्यता होती है। किसी विशेष समस्या के लिए अन्य योजनायें हैं। सदस्य प्रस्ताव देंगे तो उनपर काम कराया जायेगा।
सांसद मुकेश राजपूत ने कई विकास कार्यो के प्रस्ताव जिलाधिकारी को सौंपे। विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी ने श्रंगीरामपुर घाट पर श्रद्धालुओं के लिए शौचालय व विश्रामालय बनाये जाने की मांग की।
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