महिला थाने में- पीड़िता से पुलिस बोली, तू खुद नंबर बाटती होगी!

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Usha Deviफर्रुखाबाद: पुलिस वालो की समस्या सबसे बड़ी कानून को कंट्रोल करने की नहीं है| समस्या सबसे बड़ी रिकॉर्ड में अपराध कम दर्शाने की है| मीटिंग में अपराध समीक्षा के दौरान पेश होने वाले दस्ताबेजों में पंजीकृत बढ़े हुए अपराधो पर ऊपर से लेकर नीचे तक डांट पड़ती है| इसीलिए थाने में शिकायतकर्ता की शिकायत दर्ज नहीं की जाती| कोशिश की जाती है कि पीड़ित को समझाबुझाकर, हड़काकर या फिर उसका मनोबल तोड़ कर वापस जाने पर मजबूर किया जाए| इसी का शिकार विकास भवन में कार्यरत एक महिला कर्मचारी हो गयी| पीड़िता के मोबाइल पर कई नम्बरो से अनापशनाप फ़ोन कॉल्स आते थे| महिला ने इसकी शिकायत अपर पुलिस अधीक्षक से की| एएसपी ने महिला थाने में मामला दर्ज करने के लिए नोटिंग की और महिला को महिला थाने में भेजा| पीड़िता का आरोप है कि महिला थाने की मुंशी ने उसे बेइज्जत कर वापस कर दिया| उल्टा उसी पर पुलिस ने आरोप लगा दिया कि खुद पहले नंबर बाटती होगी फिर शिकायत करने आ जाती हो|

विकास भवन में काम करने वाली चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी उषा देवी पुत्री रामचन्द्र ने पुलिस अधीक्षक को सम्बोधित एक प्रार्थना एएसपी को दिया जिसमे शिकायत की गयी थी कि दर्शाये गए 6 मोबाइल नम्बरो से उसके मोबाइल पर अवांछित काल आते है और भद्दी भद्दी गालिया दी जाती है| महिला के प्रार्थना पत्र पर अपर पुलिस अधीक्षक ने महिला को महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए भेज दिया और महिला थाना को निर्देशित भी किया| पीड़िता महिला थाना पहुंची जहाँ उसके मुताबिक थानाध्यक्ष की मौजूदगी में मुंशी कुंती देवी ने उससे कहा कि अपना सिम क्यों नहीं बदल देती| पीड़िता ने बताया कि मुंशी ने उससे यहाँ तक कह दिया कि तुम खुद रोज आदमी बदल बदल कर घूमती हो| उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गयी| पीड़िता वापस लौट कर फिर अपर पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंची तब तक एएसपी जा चुके थे|

वहीँ पत्रकारों के साथ एक बार फिर से पीड़िता महिला थाना पहुंची| महिला थानाध्यक्ष ने मौके की नजाकत को भांपते हुए बताया कि पीड़िता गलत कह रही है| उसकी शिकायत दर्ज की जाएगी और कार्यवाही की जाएगी|
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