लखनऊ। यूपी के बदायूं गैंगरेप और हत्या के विरोध में धरने पर बैठे पीड़ित परिवार ने सीबीआई जांच का आश्वासन मिलने के बाद धरना खत्म कर दिया। सोमवार को पीड़ित परिवार उसी जगह धरने पर बैठा था, जिस पर दोनों बहनों की लाश मिली थी। उधर इस मामले में लगातार किरकिरी के बाद यूपी के मुख्यमंत्री आज सूबे की कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी जिलों के पुलिस कप्तान और डीएम को तलब किया गया है।
बदायूं गैंगरेप और हत्या के विरोध में पीड़ित परिवार का धरना सिर्फ 9 घंटे में ही खत्म हो गया। पीड़ित परिवार की मांग थी कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। जब पुलिस को धरने की जानकारी मिली तो उन्होंने पीड़ित परिवार को यूपी सरकार का वो नोटिफिकेशन दिखाया, जिसमें दोनों बहनों की हत्या और गैंगरेप के मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की गई है।
पीड़ित परिवार यूपी के डीजीपी के उस बयान से नाराज था जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों बहनों का कातिल कोई और भी हो सकता है। डीजीपी ने ये भी कहा था कि हत्या के पीछे कुछ और वजह भी हो सकती है। पीड़ित परिवार के धरने की जानकारी मिलते ही बदायूं के एसएसपी एल रविकुमार ने धरनास्थल पर पहुंचकर उन्हें समझाया और जांच के बारे में पूरी जानकारी दी।
इस बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सूबे के सभी जिलों को एसपी और डीएम को लखनऊ तलब किया है। सूत्रों के मुताबिक अखिलेश सभी अफसरों को कानून व्यवस्था बनाने रखने से जुड़े सख्त निर्देश दे सकते हैं। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि कुछ अफसरों का तबादला भी हो सकता है।